Breaking News

  • बिलासपुर : तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने ITI बरठीं का किया निरीक्षण
  • नेशनल स्वात चैंपियनशिप में हिमाचल की धाक, कोलकाता में जीते 13 मेडल
  • Breaking : हिमाचल में ऑफिसर के इन 65 पदों पर भर्ती शुरू, 27 तक करें आवेदन
  • हिमाचल में बीपीएल परिवारों की सूची में होगा संशोधन, नए मापदंड होंगे तैयार
  • हिमाचल: 10वीं और 12वीं की परीक्षा 4 मार्च से, बोर्ड ने जारी की प्रस्तावित डेट शीट
  • कुफरी में पंजाब के पर्यटकों ने की मारपीट, तीन दुकानदार घायल
  • मंडी : स्टील निर्माता कंपनी में रोजगार का मौका, इस दिन इंटरव्यू-जानें डिटेल
  • धर्मशाला : आदेशों की अवहेलना पर चार ट्रैकिंग गाइड्स के खिलाफ मामला दर्ज
  • मंडी : कार पर गिरे पत्थर, नई मुंबई निवासी पर्यटक महिला की गई जान
  • हिमाचल हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने न्यायमूर्ति गुरमीत सिंह संधावालिया, शपथ ली

आईटी रूल्स में संशोधन मामला-भड़की कांग्रेस, मीडिया पर खतरा दिया करार

ewn24news choice of himachal 19 Jan,2023 1:40 pm

    पवन खेड़ा ने प्रेसवार्ता में केंद्र सरकार पर साधा निशाना

    नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार आईटी रूल्स में संशोधन करने जा रही है। पीआईबी फैक्ट चेक द्वारा किसी समाचार या रिपोर्ट को झूठा बेबुनियाद या नकली करार देने पर उसे हटाने की शर्त पर कांग्रेस भड़क गई है। कांग्रेस ने सीधे तौर पर इसे मीडिया की आवाज दबाने वाला फैसला करार दिया है। साथ ही लोकतंत्र को खतरे में बताया है।

    हिमाचल में महिलाओं को 1,500 रुपए, रोडमैप तैयार करेगी सब कमेटी

    कांग्रेस नए संचार विभाग में मीडिया और प्रचार के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने प्रेसवार्ता में कहा कि बेटियों को लेकर पूरा भारत चिंतित है पर भारत के प्रधानमंत्री चिंतित नहीं हैं। मोदी सरकार चिंता नहीं रहती कि समस्या को खत्म कैसे किया जाए, यह चिंता रहती है कि समस्या को खबर बनने सो कैसे रोका जाए। पहले मुख्य मीडिया पर दबाव बनाने की कोशिश हुई और अब डिजीटल मीडिया पर केंद्र सरकार की कुदृष्टि पड़ गई है। केंद्र सरकार आईटी रूल्स में संशोधन ला रही है। अपनी छवि बचाने और सच को छिपाने की कोशिश हो रही है।
    राहुल बोले-सुखविंदर सुक्खू जमीन से जुड़े कार्यकर्ता, आम लोगों की सुनते हैं आवाज

    पवन खेड़ा ने कहा कि केंद्र सरकार ने आईटी रूल्स 2021 के संशोधन मसौदे की परामर्श डेट 25 जनवरी तय कर दी है। साथ ही बड़ी चालाकी से दो लाइनें जोड़ दी हैं। यह लाइनें हैं, कोई भी समाचार या रिपोर्ट जिसे पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) के फैक्ट चेक यूनि्ट द्वारा झूठा, बेबुनियाद या नकली माना जाएगा उसे सरकार द्वारा सोशल मीडिया, ऑनलाइन वेबसाइट और ओटीटी प्लेटफार्म से हटाया जा सकता है। मेरा कातिल ही मेरा मुंसिफ है, क्या मेरे हक में फैसला देगा। सरकार खुद जज और खुद ज्यूरी और खुद पर फैसला सुनाएगी।
    हिमाचल में पर्यटन कारोबार पर संकट, कारोबारियों को नई सरकार से उम्मीदें

    उन्होंने कुछ उदाहरण देते हुए पीआईबी की फैक्ट चेक यूनिट पर सवाल उठाए। पीआईबी की फैक्ट चेक (FCU) ने 2020 में लद्दाख में चीन के साथ इनकर्जन की खबर को उसे फेक न्यूज करार दिया। कुछ वक्त बाद रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर वो बात आ गई। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में रेलवे कर्मचारी महासंघ के लोग अपनी बात रख रहे थे कि रेलवे का निजीकरण हो रहा है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर सवाल पूछा कि क्या रेलवे का निजीकरण हो रहा है। पीआईबी ने फेक न्यूज लिख दिया। बच्चों के लिए आधार जरूरी न होने की खबर को फेक न्यूज करार दे दिया। पूछा तो बोले की मंत्रालय ने कहा है। सरकार का एक अंग दूसरे से पूछता है और दूसरा कहता है कि फेक है। उसके बाद नियमों में संशोधन किया गया और बच्चों के लिए आधार की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया। चौथा उदाहरण जोशीमठ का है, जिसमें इसरो को कहा कि आप रिपोर्ट सार्वजनिक मत करें।

     

    पवन खेड़ा ने कहा कि यह खतरा मीडिया पर मंडरा रहा है। केंद्र सरकार लोकतंत्र की ऑक्सीजन की नली को काट रही है। सरकार चाहती है कि जितनी जल्दी लोकतंत्र खत्म हो उतना अच्छा। अगर हम अब भी कुछ नहीं करेंगे तो कुछ करने लायक बचेगा नहीं। ऐसा भी हो जाए कि लोकतंत्र चुनाव में ही दिखे। न न्यायपालिका चल सकती है और न मीडिया। इन दोनों के बिना में विपक्ष क्या करेगा। उन्होंने कहा कि आरटीआई को कमजोर करने की चेष्टा की जा रही है।

    पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस संसद में जोरशोर से इस मामले को उठाएगी। सरकार को मनमानी नहीं करने दी जाएगी।
    आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें 

Himachal Latest

Live video

Jobs/Career

Trending News

  • Crime

  • Accident

  • Politics

  • Education

  • Exam

  • Weather