शिमला। कुलपतियों के नियुक्ति संबंधी बिल से शुरू हुए विवाद को शांत करने के लिए आज सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मिलने राजभवन पहुंचे। करीब चार महीनों के बाद सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का राज्यपाल से मिलना हुआ।
बीते रोज ही राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्ति संबंधी बिल को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया था और कहा था कि बिल राजभवन में नहीं है, बल्कि सरकार के पास ही पड़ा है। ऐसे में कृषि मंत्री कुलपतियों की नियुक्ति नहीं होने पर राजभवन को गलत दोष दे रहे हैं।
सीएम सुक्खू ने राज्यपाल से मुलाकात कर कहा कि कुछ मसलों को लेकर राज्यपाल ने नाराजगी जताई है, जो जायज भी है। योगा डे पर सरकार की तरफ से कोई मंत्री, विधायक राज्यस्तरीय कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ, जिसको लेकर राज्यपाल ने नाराजगी जताई है।
कुलपतियों की नियुक्ति संबंधी बिल भी सरकार के पास ही है और संवाद की कमी के चलते ऐसा हुआ है, इसलिए भविष्य में राज्यपाल से संवाद को बेहतर बनाया जाएगा, ताकि इस तरह की गलतफहमी न हो। सरकार कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर जल्द फैसला ले लेगी।
प्रदेश में बरसात के मौसम को देखते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दे दिए गए हैं और वह स्वयं भी देखरेख कर रहे हैं। बीते वर्ष बरसात में हुए नुकसान को देखते हुए सीएम सुक्खू ने इस वर्ष लोगों को वर्षा के समय एहतियात बरतने और नदी नालों से दूर रहने की अपील की है।
कानून व्यवस्था के प्रश्न पर सीएम सुक्खू ने कहा कि कानून की नज़र में सभी लोग एक समान हैं, वह चाहे आम आदमी हो या कोई नेता हो। बिलासपुर की घटना में पुलिस कानून के तहत काम कर रही है। कानून व्यवस्था से खिलवाड़ को सरकार बर्दाश्त नहीं करेंगी।