चंडीगढ़-शिमला NH-5 सात दिन बाद हल्के वाहनों के लिए बहाल
ewn24news choice of himachal 08 Aug,2023 12:28 pm
सोलन। चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे 05 सात दिन बाद आज आखिरकार हल्के वाहनों के लिए बहाल हो गया है।
चक्कीमोड़ के पास लगातार भूस्खलन के चलते सात दिन से बंद कालका-शिमला फोरलेन मंगलवार दोपहर हल्के वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया गया है। सोलन पुलिस की तरफ से इसे लेकर जानकारी दी गई है।
हालांकि बहाली के 10 मिनट बाद फिर से यहां पर पहाड़ी से पत्थर गिरने लगे जिसके कारण करीब आधे घंटे के लिए नेशनल हाईवे को बंद करना पड़ा। कुछ समय में रास्ता साफ कर एनएच को फिर से बहाल कर दिया गया है। हालांकि, लैंडस्लाइड का खतरा अभी भी बरकरार है।
डीएसपी भीष्म ठाकुर ने बताया कि यदि मौसम साफ रहा तो शाम तक बसों व अन्य भारी वाहनों की आवाजाही भी हाईवे से शुरू की जाएगी। कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर बलविंदर ने बताया की हाईवे की बहाली के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है।
भारी वाहनों के लिए कृपया मौजूदा यातायात योजना का पालन करें -
हालांकि, भारी वाहनों के लिए मार्ग अभी भी बहाल नहीं हो पाया है। शिमला से चंडीगढ़ की तरफ जाने वाले भारी वाहन शिमला से वाया कुनिहार नालागढ़, पिंजौर मार्ग का प्रयोग करें। कुमारहट्टी से चंडीगढ़ की ओर जाने वाले वाहन सभी भारी वाहन नाहन रोड का प्रयोग करें। चंडीगढ़ से शिमला की तरफ जाने वाले भारी वाहन कालाअंब, नाहन वाया कुमारहट्टी मार्ग या नालागढ़, रामशहर, कुनिहार, सोलन, शिमला मार्ग का प्रयोग कर सकते हैं।
गौर हो कि चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे 5 बुधवार (2 अगस्त) को चक्की मोड़ के समीप भूस्खलन की वजह से बंद हो गया था। हालांकि दोपहर 12 बजे मार्ग को छोटी गाड़ियों के लिए खोल दिया गया था।
इसके बाद फिर से पहाड़ी से मलबा आने के कारण रोड़ पूरी तरह से बंद हो गया। फोरलेन का करीब 60 मीटर का हिस्सा धंसने के लिए वाहनों की आवाजाही को बंद कर दिया गया था।
हाईवे बहाल होने से विशेषकर बागवानों को बड़ी राहत मिली है, वहीं पर्यटन कारोबार को भी गति मिलने की उम्मीद है। हाईवे बंद होने से सेब की फसल को परवाणू व दूसरे राज्यों की मंडियों तक ले जाने के लिए बागवानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।