चिंतपूर्णी मंदिर में 22 से शुरू होंगे चैत्र नवरात्र मेले, 4 सेक्टर में बंटेगा शहर
ewn24news choice of himachal 16 Mar,2023 6:08 pm
डीसी ऊना राघव शर्मा ने तैयारियों को लेकर की समीक्षा बैठक
ऊना। हिमाचल प्रदेश के जिला उना में माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में चैत्र नवरात्र मेलों का आयोजन 22 से 30 मार्च तक होगा। जिसको लेकर चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष व उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने संबंधित तैयारियों को लेकतर समीक्षा बैठक की। उपायुक्त ने बताया कि एसडीएम अंब मेला अधिकारी होंगे, जबकि डीएसपी अंब को पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है।
मेले के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेला क्षेत्र को चार सैक्टर में बांटा जाएगा तथा लगभग 400 पुलिस व होमगार्ड जवान तैनात किए जाएंगे। मेले के दौरान मंदिर व मेला परिसर में सीसीटीवी कैमरों का समुचित उपयोग किया जाएगा ताकि असामाजिक तत्वों के जरिए होने वाली अप्रिय घटनाओं को रोका जा सके।
उपायुक्त ऊना ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत मेला अवधि के दौरान मंदिर में नारियल ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। नारियल मंदिर के मुख्य गेट से पहले डीएफएमडी के स्थान पर लाईन में ही यात्रियों से जमा कर लिए जाएंगे। इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिए दर्शन पर्ची अनिवार्य होगी तथा यह पर्ची बाबा श्री माईदास सदन, नया बस अड्डा तथा शंभू बैरियर से प्राप्त की जा सकती है।
उन्होंने बताया कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को आपातकालीन चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने को चिंतपूर्णी अस्पताल में 24 घंटे सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग तथा आयुर्वेद विभाग द्वारा एक-एक अतिरिक्त मेडिकल पोस्ट भी स्थापित की जाएगी जहां पर श्रद्धालुओं को आवश्यकता के अनुसार उपचार प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने मेले के दौरान श्रद्धालुओं को स्वच्छ व साफ-सुथरा पेयजल मुहैया करवाने के लिए जल शक्ति विभाग को पेयजल स्रोतों की स्वच्छता व समुचित पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ऊना ने बताया कि मेले के दौरान लंगर लगाने के लिए लंगर कमेटी से अनुमति लेना अनिवार्य है। इसके लिए 10 हज़ार रूपये फीस निर्धारित की गई है। इसके अलावा लंगर आयोजकों को लंगर कमेटी द्वारा स्वच्छता व सड़क सुरक्षा सहित सभी निर्धारित नियमों का पालन करना होगा अन्यथा उन्हें लंगर के लिए जारी किए गए परमिट रद्द किए जा सकते हैं। लंगर का आयोजन सड़क से निर्धारित दूरी पर किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को आवाजाही तथा यातायात में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
उपायुक्त ने बताया कि माता श्री चिंतपुर्णी में भिक्षावृति पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इसे रोकने के लिए पुलिस व होमगार्ड के जवान कड़ी नजर रखेंगे। उन्होंने आगजनी की घटनाओं की रोकथाम के लिए अग्निशमन विभाग को मेले से पूर्व अग्निशमन यंत्रों को उपकरणों को पूरी तरह से कार्यशील करने के निर्देश दिए। बैठक में यातायात प्रबंधन, विद्युत व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था, डियूटी पर तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों के रहने संबंधी व्यवस्था के अतिरिक्त साफ सफाई की व्यवस्था रखने बारे भी विस्तार से चर्चा की गई।
इस अवसर पर मंदिर अधिकारी बलवंत पटियाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मंजू बहल, जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति नियंत्रक राजीव शर्मा, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग नितिन चैधरी, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ राजीव गर्ग, पुलिस उपनिरीक्षक रमेश चंद, प्रधान ग्राम पंचायत छपरोह शशी कालिया, प्रधान ग्राम पंचायत नारी अल्का संधु सहित कई अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।