भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का ग्राफ जिस प्रकार से चढ़ा था उसी प्रकार से गिरता चला जा रहा है। अगर इसकी तुलना बाजार के सेंसेक्स से की जाए तो जब सुक्खू मुख्यमंत्री बने थे तो सेंसेक्स तेजी से चढ़ा पर अब नीचे की दिशा में तेजी से गिरता दिखाई दे रहा है।
उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस के नेता आए थे तो उन्होंने जनता के बीच जो वादे किए थे, उन्हें पूरा करने का पूरा आश्वासन दिया था, पर हैरानी की बात तो यह है कि अभी तक उनका मंत्रिमंडल भी तय नहीं हो पाया है। यह सब दर्शाता है कि कांग्रेस का नेतृत्व कितना लाचार है, अपने ही विधायकों के एकीकरण में कांग्रेस के नेता अपना समय व्यतीत कर रहे हैं और मंत्रिमंडल का फैसला अभी तक हो नहीं पाया है।
जनता से किए गए वादे तो तब पूरे होंगे जब मंत्रिमंडल का गठन होगा। कश्यप ने कहा कि कांग्रेस सरकार का हाई टेंपो अब लो टेंपो बनता दिखाई दे रहा है, गौर से देखा जाए तो अभी भी कांग्रेस के अंदर कई ग्रुप हैं जो अपने लोगों को एडजस्ट करने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रदेश की जनता मंत्रिमंडल का इंतजार कर रही है और अभी मंत्रिमंडल का गठन होता दिखाई नहीं दे रहा है। कश्यप ने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल में जो भी काम किए थे, वह जनहित के थे, इसलिए कांग्रेस की सरकार एक भी निर्णय को पलट नहीं पाई है।
हिमाचल में सीमेंट फैक्ट्री बंद होने से इन लोगों की रोजी-रोटी पर आन पड़ी है पर कांग्रेस के नेताओं को भारत जुड़ो यात्रा में अपने नंबर बनाने की लगी है। कश्यप कहा कि हिमाचल प्रदेश में एसीसी और अंबुजा सीमेंट प्लांट का विवाद चल रहा है, जिससे 2000 लोगों की नौकरियां पर संकट है और 4000 से अधिक ट्रकों के चक्का जाम हो गए हैं पर इससे कांग्रेस के नेताओं को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है, उनको तो केवल भारत जोड़ो यात्रा की पड़ी है।
मुख्यमंत्री और उनके विधायक केवल दिल्ली और राजस्थान से इस मुद्दे को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं पर हमारे विधायक तो धरातल पर इस समस्या का समाधान करने का प्रयास कर रहे हैं।