शिमला। हिमाचल के आयुर्वेदिक अस्पतालों में जल्द ही वेलनेस पंचकर्म की सुविधा आयुष विभाग शुरू करने जा रहा है। इसके अलावा मनाली, मैक्लोडगंज और शिमला एचपीटीडीसी के होटलों में भी यह सुविधा दी जाएगी।
पहले चरण में आयुर्वेदिक जिला अस्पताल शिमला और आयुर्वेदिक कॉलेज पपरोला में यह सुविधा शुरू की जाएगी। बुधवार को छोटा शिमला आयुर्वेदिक जिला अस्पताल की आरकेएस की बैठक का आयोजन किया गया। जहां पर आयुष मंत्री यादविंदर गोमा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
इस दौरान जहां अस्पताल में आ रही समस्याओं को मंत्री के समक्ष रखा गया, वहीं आगामी समय में वेलनेस पंचकर्म शुरू करने का भी फैसला लिया गया।
आयुष मंत्री यादविंदर गोमा ने कहा कि 2 साल बाद आयुर्वेदिक अस्पताल छोटा शिमला की आरकेएस की बैठक आयोजित की गई है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से काफी मांगे रखी गई हैं और बजट डेवलपमेंट कार्यों पर भी खर्च करने की अनुमति दी गई है। जो समस्याएं हैं, उनका भी जल्द निदान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह का ध्येय है कि प्रदेश की जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले, इसको लेकर विभाग प्रयास कर रहा है। आयुर्वेद विभाग भी सुविधाएं दे रहा है।
उन्होंने कहा कि वेलनेस पंचकर्म बाहरी राज्य में हो रहा है और हिमाचल के लोग भी वहीं जाते हैं। उसी तर्ज पर हिमाचल में भी वेलनेस पंचक्रम शुरू करने के लिए गाइडलाइन तैयार की जाए और रेट फिक्स किए जाएं, इसके निर्देश विभाग को दिए हैं।
पहले चरण में छोटा शिमला अस्पताल और पपरोला कॉलेज में वेलनेस पंचकर्म शुरू की जाएगी। इसके अलावा मनाली, मैक्लोडगंज और शिमला एचपीटीडीसी के होटल में यह सुविधा दी जाएगी। उसके बाद जिला अस्पतालों में वेलनेस पंचकर्म शुरू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आयुष विभाग द्वारा पूरे राज्य में अश्वगंधा कैंपेन शुरू किया गया और पूरे प्रदेश में 80 हजार के करीब मेडिसिन प्लांट वितरित किए हैं। पपरोला और शिमला में क्वाथ थेरेपी इनडोर आउटडोर मरीजों के लिए शुरू कर दी है। जिला अस्पतालों में भी शुरुआत की जाएगी।