मंडी में कंगना को टक्कर दे सकते हैं विक्रमादित्य, प्रतिभा बोलीं-नाम पर हुई चर्चा
ewn24news choice of himachal 08 Apr,2024 2:36 pm
दिल्ली दौरे से लौटीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने पत्रकारों से की बात
शिमला। मंडी से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत एक युवा हैं ऐसे में उनका टक्कर देने के लिए एक युवा नेता की आवश्यकता है। यह बात कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कही।
हिमाचल प्रदेश की 4 लोकसभा और 6 विधानसभा उप चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी में टिकट पर मंथन जारी है। इसी को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी दिल्ली दौरे पर थीं।
दिल्ली से लौटने के बाद शिमला में मीडिया से बातचीत में प्रतिभा सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कैंडिडेट के नाम पर चर्चा जारी है।
प्रतिभा ने कहा कि मंडी सीट पर विक्रमादित्य सिंह को चुनावी मैदान में उतारने को लेकर पार्टी विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि युवा चेहरा होने का फैक्टर विक्रमादित्य सिंह के साथ भी है हालांकि अभी नाम फाइनल नहीं हुआ है।
विक्रमादित्य सिंह के मंडी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि उनके नाम पर पैनल में चर्चा हुई है।
उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य के युवा होने का फैक्टर उनके पक्ष में है। मंडी से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत एक युवा हैं ऐसे में उनका टक्कर देने के लिए एक युवा नेता की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य एक यूथ आइकॉन है ऐसे में क्षेत्र का युवा भी उनके साथ जुड़ेगा। इन्हीं सब तथ्यों के आधार पर सभी ने पैनल में उनका नाम सुझाया है।
प्रतिभा सिंह ने कहा हालांकि मौजूदा सांसद होने के नाते उनका टिकट काटना आसान नहीं है लेकिन सभी तथ्यों का आधार पर सभी नेताओं में विक्रमादित्य के नाम का सुझाव आया है।
वहीं, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बीते दिन एक बयान में कहा कि कांग्रेस से बागी होने वाले नेताओं को होली लॉज उत्साहित करता रहा। इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि वह नेता बच्चे नहीं है जो उनके उकसाने से पार्टी छोड़कर चले गए।
उन्होंने कहा कि राजेंद्र राणा एक बड़ा चुनाव जीत कर आए थे सुधीर शर्मा चार बार के विधायक और पूर्व में मंत्री रहे भी थे। ऐसे में इन नेताओं की भी सरकार से आशाएं थी और इस बात को हमने भी सरकार के समक्ष बार बार रखा था।
समय रहते अगर इन नेताओं को तरजीह दी जाती तो ऐसी स्थिति पैदा नहीं होती। विक्रमादित्य सिंह को पार्टी आलाकमान ने ही इन नेताओं के साथ समन्वय बिठाने के निर्देश दिए थे।