हमीरपुर। जायका मुख्यालय मिशन का चार सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल 8 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना-2 में चल रही नवीन कृषि पद्धतियों का जायजा लेने के लिए प्रोजेक्ट क्षेत्र का दौरा करेगा।
इस टीम के सदस्यों में शिनो काटो व ताकाहिरो कोइके (जायका मुख्यालय प्रतिनिधि) और जायका इंडिया से केन कुनिडा व युकारी इनागाकी शामिल हैं।
जायका कृषि प्रोजेक्ट-2 के परियोजना निदेशक डॉ. सुनील चौहान ने बताया कि जायका मिशन के इस दौरे का एकमात्र उद्देश्य लाभार्थी किसानों से मिलकर जायका के कार्यक्रमों का जायजा लेना है और उनकी प्रतिक्रियाएं लेकर नवीन कृषि पद्धतियों के परिणामों का आकलन करना है।
बता दें कि पिछले दो वर्ष में किसी भी अंतरराष्ट्रीय मिशन का जायका कृषि प्रोजेक्ट-2 क्षेत्र का यह पांचवां दौरा है। इस दौरे के दौरान प्रतिनिधियों द्वारा जिला परियोजना प्रबंधक इकाई, पालमपुर में कई सिंचाई योजनाओं का दौरा करने की संभावना है।
प्रतिनिधिमंडल पालमपुर के पपरोला में संग्रह केंद्र का दौरा करेगा, जहां वे किसान उत्पादक कंपनी (एफपीओ), बैजनाथ प्रगतिशील किसान उत्पादक निर्माता कंपनी लिमिटेड के पदाधिकारियों और किसानों के साथ बातचीत करेगा और जायका कृषि प्रोजेक्ट-1 में बने रिटेल आउटलेट, पपरोला का भी दौरा करेगा ।
उसके बाद वे पालमपुर में बना शिटाके खेती और प्रशिक्षण केंद्र का दौरा करेंगे, जिसमें शिटाके प्रसारकों के साथ बातचीत करेंगे। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य जायका कृषि प्रोजेक्ट-2 में खंड परियोजना प्रबंधक इकाई, धर्मशाला क्षेत्र में बन रही सिंचाई सोजना संध कुहल का भी दौरा करेगा।
यहां टीम के सदस्य कृषक विकास संघ के प्रतिनिधियों एवं सदस्यों के साथ बातचीत करेंगे और सिंचाई के बुनियादी ढांचे के बारे में चर्चा करेंगे। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल कलेक्शन सेंटर भट्टू जाएंगे और एफपीओ, भवारना के पदाधिकारियों व किसानों के साथ बैठक करेगा।