नगरोटा बगवां : जवान हैप्पी सिंह को अंतिम विदाई, छोटी बहन ने दी मुखाग्नि
ewn24news choice of himachal 22 Feb,2024 8:14 pm
लेह बॉर्डर में तैनात था जवान
नगरोटा बगवां। कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां विस क्षेत्र के लिल्ली गांव के जवान हैप्पी सिंह का अंतिम संस्कार गुरुवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव में किया गया।
शहीद जवान की पार्थिव देह तीन दिन बाद घर पहुंची जिसे देखकर मां-बाप और बहन खुद को संभाल नहीं पाए। छोटी बहन ने हैप्पी की पार्थिव देह को मुखाग्नि दी। इस मंजर को देख हर किसी की आंखों में आंसू छलक आए। नम आंखों से सैकड़ों ने जवान को अंतिम विदाई दी।
गुरुवार को जवान हैप्पी सिंह (25) की पार्थिव देह नगरोटा बगवां से लिल्ली ले जाई जा रही थी तो बड़ोह चौक पर सैकड़ों लोग जवान को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इसके बाद पार्थिव देह को घर ले जाया जहां पूरा गांव शहीद जवान अमर रहे के नारों से गूंज उठा।
मां और बहन हैप्पी को तिरंगे में लिपटा देख बेसुध हो गईं। लोगों ने किसी तरह दोनों को संभाला। इसके बाद पार्थिव देह अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया जहां सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से जवान को अंतिम विदाई दी।
बता दें कि लिल्ली गांव निवासी हैप्पी करीब चार साल से सेना में भर्ती हुए थे। हैप्पी, मार्च 2020 में सेना में भर्ती होकर 26 पंजाब में सेवाएं दे रहे थे। वर्तमान में वह लेह बॉर्डर में तैनात थे।
पिछले हफ्ते हैप्पी की अचानक तबीयत बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि ब्रेन हेमरेज के चलते जवान हैप्पी की तबीयत बिगड़ी थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
सरहद पर दुश्मनों से जंग लड़ने वाला जांबाज तीन दिन तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जंग लड़ता रहा, लेकिन सोमवार 19 फरवरी को हैप्पी ने अंतिम सांस ली। जवान हैप्पी के दुखद निधन से पिता विनीत कुमार व माता शम्मा पर दुखों का पहाड़ टूट गया है।
विनीत कुमार गांव में एक सब्जी की दुकान चलाते हैं, जबकि माता गृहिणी हैं। हैप्पी माता-पिता के इकलौता बेटे थे। हैप्पी की एक छोटी बहन काजल है। हैप्पी की अभी शादी नहीं हुई थी। माता-पिता की बेटे के सिर पर सेहरा बांधे देखने की हसरत अधूरी रह गई।