शिमला। हिमाचल प्रदेश में कर्ज को लेकर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच वार पलटवार जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार को कर्ज का रोना रोने के बजाय प्रदेश के विकास के लिए कार्य करने की सलाह दी थी जिस पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जयराम सरकार ने राजनीतिक मंशा से प्रदेश को कर्ज के बोझ तले डुबो दिया इसलिए सरकार चलाने के लिए और कर्ज लेना पड़ेगा।
सुक्खू बोले कि हिमाचल की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए अभी चार साल लगेंगे जिसके लिए सरकार कैबिनेट में कड़े फैसले लेगी। विधायक प्राथमिकता कि 3 दिन से चल रही बैठकों को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि विधायकों द्वारा दी गई प्राथमिकताओं को बजट में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान राजनीति के अलावा पत्रकारों एवं अन्य लोगों पर बनाए गए मामले भी सरकार वापिस लेगी।