भाजपा का मानना, राहुल गांधी का 'मोदी' पर बयान पिछड़ों का अपमान, होगा आंदोलन
ewn24news choice of himachal 26 Mar,2023 5:34 pm
आलोचना करने का अधिकार पर गाली देने का नहीं
शिमला।हिमाचल भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप, हिमाचल प्रभारी अविनाश राय खन्ना और सह प्रभारी संजय टंडन ने कहा कि अपनी आदत की मुताबिक राहुल गांधी ने आज भी प्रेस के माध्यम से गलत बयानबाजी कर देश को भटकाने की कोशिश की है, वह अपने आप को देश से बड़ा समझते हैं। संवैधानिक संस्थाओं से बड़ा समझते हैं, न्यायालय से और संसद से भी बड़ा समझते हैं। राहुल गांधी को सजा हुई है 2019 में दिए गए उनके भाषण पर।
आज राहुल गांधी ने कहा कि मैं सोच समझ कर बोलता हूं, तो राहुल गांधी 2019 में जो बोले थे, वह सोच समझ कर बोले थे। 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने कर्नाटक में कहा था कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है? आखिर राहुल गांधी के इस वक्तव्य का तात्पर्य क्या था?
‘मोदी’ सरनेम जाति सूचक शब्द है, जो देश के अति पिछड़े समाज से आते हैं। इस प्रकार, राहुल गांधी ने अति पिछड़े समाज का अपमान किया था, उन्हें आलोचना करने का अधिकार है, लेकिन गाली देने का नहीं। राहुल गांधी ने ‘मोदी’ सरनेम पर अपशब्द कहा, तो क्या उन पर कानूनी कार्रवाई नहीं होनी चाहिए? यदि राहुल गांधी सोचते हैं कि किसी को भी गाली देने और अपमानित करने का उन्हें अधिकार है, तो उनकी गाली से पीड़ित व्यक्ति को भी मानहानि का मुकदमा दर्ज करने का अधिकार है।
भारतीय दंड संहिता के अनुसार, कोई भी व्यक्ति यदि किसी संगठन या किसी व्यक्ति विशेष को गाली देता या अपमानजनक शब्द कहता है, तो पीड़ित व्यक्ति या संस्था द्वारा उसके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने का अधिकार होता है। क्या कांग्रेस पार्टी को इस कानून से भी परेशानी है?
कोर्ट में राहुल गांधी को भी उनके वकील के माध्यम से बात रखने का भरपूर मौका मिला। कोर्ट ने राहुल गांधी से पूछा आप माफी मांगेंगे, उन्होंने स्पष्ट कहा कि माफी नहीं मांगेंगे, तब कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। वैसे भी, मानहानि मामले में राहुल गांधी पर 7 और मामले देश के विभिन्न भागों में चल रहे हैं। भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने भी सरनेम मामले को लेकर पटना में राहुल गांधी के खिलाफ एक केस दर्ज कर रखा है। उस मामले में भी राहुल गांधी बेल पर हैं।
राहुल गांधी यदि सोच समझकर बोलते हैं, तो इस आधार पर भारतीय जनता पार्टी मानती है कि उन्होंने जान बूझकर पिछड़ों का अपमान किया, जिसकी हम कड़ी भर्त्सना करते हैं। राहुल गांधी द्वारा पिछड़ों के अपमान के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी पूरे देश भर में आंदोलन करेगी।
कांग्रेस पार्टी में बड़े-बड़े वकीलों की फ़ौज है। वे सूरत सेशन कोर्ट, हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट जाकर राहुल के लिए स्टे आर्डर के लिए आग्रह क्यों नहीं किए? राहुल जी को कोर्ट जाने से किसने मना किया था? भाजपा इस सवाल का जवाब जानना चाहती है। क्या राहुल गांधी नाख़ून कटा कर शहीद होने की कोशिश कर रहे हैं? कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा की गिरफ्तारी मामले में चंद घंटों में ही कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया और कोर्ट से उन्हें राहत भी मिली।