ऋषि महाजन/ज्वाली। कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने गुरुवार को ज्वाली में ग्रामीण विकास विभाग के कार्यों की प्रगति का जायजा लेने के लिए एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में एसडीएम नरेंद्र जरियाल, बीडीओ नगरोटा सूरियां मनोज कुमार, बीडीओ फतेहपुर सुभाष अत्रि,कनिष्ठ अभियंता,तकनीकी सहायक, पंचायत सचिव,बीडीसी सदस्य तथा पंचायत प्रधान उपस्थित रहे। बैठक का उद्देश्य पंचायतवार चल रहे विकास कार्यों की स्थिति का मूल्यांकन करना और कार्यों को गति प्रदान करना था।
बैठक में कृषि मंत्री ने विभिन्न पंचायतों में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, स्वच्छ भारत मिशन, प्लानिंग हेड, मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना तथा मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत चल रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्राप्त की और योजनाओं के क्रियान्वयन की गुणवत्ता एवं गति पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी विकास योजनाओं को निर्धारित समयावधि में गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को विशेष रूप से निर्देशित किया कि प्रत्येक पंचायत में चल रहे विकास कार्यों को पंचायती राज चुनावों के घोषित होने से पहले शुरू किया जाए, ताकि जनता को समय पर इनका लाभ मिल सके।
उन्होंने कहा कि सभी पंचायत सचिव अपने-अपने क्षेत्र से संबंधित 'एफआरए' मामलों को शीघ्रता से बीडीओ को सौंपें, ताकि इन मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जा सके और लंबित मामलों का जल्द समाधान हो।
कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार गांवों के सर्वांगीण विकास के लिए ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से ग्रामीण जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ रहा है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे नियमित रूप से विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करें और जनता की शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
प्रो. चंद्र कुमार ने कहा कि ग्रामीण विकास तभी सार्थक होगा जब योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों और विभागीय कर्मचारियों से आपसी तालमेल एवं समन्वय के साथ कार्य करने का आग्रह किया, ताकि विकास कार्य सुचारू, पारदर्शी और समयबद्ध ढंग से पूरे किए जा सकें।