शिरगुल महाराज की तपोस्थली चूड़धार में हिमपात जारी, यात्रा पर पड़ सकता है असर
ewn24news choice of himachal 16 Oct,2023 4:25 pm
ठंड का बढ़ा प्रकोप, किसान को सताने लगी फसलों की चिंता
राजगढ़। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में स्थित आराध्य देव शिरगुल महाराज की तपोस्थली चूड़धार में सीजन का पहला हिमपात हुआ है। रविवार के बाद सोमवार को दूसरे दिन भी यहां हिमपात हुआ है।
चूड़धार में चोटियां सफेद हो गई हैं। ऐसी मान्यता है कि यहां दिवाली से ठीक पहले शिरगुल महाराज अपनी तपोस्थली पर बर्फबारी करते हैं।
गौर हो कि चूड़धार यात्रा एक मई को शुरू होकर 30 नवंबर तक चलती है, मगर इस बार समय से पहले ही बर्फबारी होने के कारण यात्रा प्रभावित हो सकती है।
चूड़धार में सुबह से बर्फबारी शुरू होने से यहां रुके हुए श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ा। यहां का तापमान शून्य से नीचे लुढ़क गया है। सोमवार सुबह शिरगुल मंदिर में दर्शन कर यात्रियों का जत्था वापस भेज दिया गया।
अचानक हुए इस हिमपात से नौहराधार, हरिपुरधार आदि क्षेत्र के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। मध्यम ऊंचाई वाले स्थानों पर मटर की फसल को भी ओलावृष्टि से भारी नुकसान होने की आशंका है। इसे लेकर किसान थोड़े चितिंत नजर आए।
बता दें कि रविवार को चूड़धार की चोटी पर बारिश नहीं हुई बल्कि अचानक बर्फबारी शुरू हो गई। इस बर्फबारी से नौहराधार, हरिपुरधार आदि क्षेत्र के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। ठंड से बचने के लिए लोगों ने गर्म कपड़े निकाल दिए हैं।
चूड़धार में बर्फ गिरने के चलते चूड़धार का न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस, जबकि अधिकतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। नौहराधार, हरिपुरधार का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है।