शिमला में बारिश का कहर, लैंडस्लाइड से शिव मंदिर गिरा , मलबे में दबे कई लोग
ewn24news choice of himachal 14 Aug,2023 11:14 am
फागली में भी लैंडस्लाइड हुआ है
शिमला। हिमाचल में बारिश कहर बरपा रही है। सोमवार की सुबह होते ही जान और माल के नुकसान की खबरें आ रही हैं। शिमला में भी स्थिति काफी खराब है। बारिश के चलते लैंडस्लाइड होने से समरहिल में शिव बावड़ी के पास शिव मंदिर मलबे में दब गया। बताया जा रहा है कि 20-25 लोग भूस्खलन की चपेट में आए हैं।
क्योंकि सावन का सोमवार होने के चलते लोग मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचे थे। सूचना मिलने के बाद पुलिस स्टेशन बालूगंज और पुलिस चौकी समरहिल से पुलिस टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। पर बार-बार भूस्खलन होने के चलते इसमें मुश्किल हो रही है। अभी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
बताया जा रहा है की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) के कई प्रोफ़ेसर भी इस मंदिर में हुए भूस्खलन में दब गए हैं। ये आईटी विभाग और मैथेमेटिक्स के प्रोफेसर बताए जा रहे हैं। लोग यही दुआ कर रहे हैं कि सभी सही सलामत निकल जाएं।
फिलहाल एचपीयू के कर्मचारी व शिक्षक लापता हुए अपने साथियों को तलाशने के लिए उनसे संपर्क करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
दरअसल समरहिल और बालूगंज के समीप शिव बावड़ी के साथ जिस शिव मंदिर में मलबा गिरा है वह HPU के नज़दीक है। शिव बावड़ी के इस क्षेत्र में ज्यादातर HPU के छात्र और टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ रहता है।
दूसरी तरफ, शिमला के फागली में भी लैंडस्लाइड हुआ है। कुछ घर मलबे में दबे हैं। कुछ लोग भी मलबे के चलते फंसे हैं, जिन्हें निकाला जा रहा है।
वहीं, सोलन जिला में कंडाघाट उपमंडल की ममलीग उप-तहसील के जडौण गांव में देर रात डेढ़ बजे बादल फटा है। बादल फटने के कारण आई बाढ़ में दो घर और एक गौशाला बही गई। इस आपदा में बच्ची समेत सात लोगों की मौत हो गई है। अभी तक चार शवों को निकाला गया है। अन्य की तलाश जारी है। ये सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं।
जानकारी के अनुसार जडौण गांव में बादल फटने के बाद भारी बाढ़ आई और दो घरों को बहा ले गई। इस घटना में सात लोगों की मौत हो गई। परिवार के दो सदस्यों रितु राम और कमलेश को रेस्क्यू किया गया है। बाकियों की जान नहीं बचाई जा सकी।
पंचायत सायरी के जडौण गांव में रति राम व इसके बेटे हरनाम के दो मकान भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गए जिसमे हरनाम का मकान पूरी तरह से नष्ट हो गया है। घर में 4 व्यक्ति थे तथा रति राम के मकान में 9 व्यक्ति थे जिसमें से दो को जिन्दा व चार के शव गांव वाले व पुलिस की मदद से निकाले जा चुके हैं। बाकियों की तलाश जारी है।
मौके तक पहुंचने के लिए चारों तरफ से रोड़ बंद है तथा लोक निर्माण विभाग द्वारा रोड खोलने तथा स्थानीय ग्राम पंचायत उप-प्रधान द्वारा अपनी जेसीबी लगाकर रोड खोलने का कार्य शुरू कर दिया है।
ग्राम पंचायत जड़ाना के अंतर्गत ईश्वर सिंह का मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया है जिसके सदस्य सुरक्षित घर से बाहर निकल गए हैं। बताया जा रहा है कि जहां यह बादल फटा है, वहां पर दोनों तरफ से सड़क टूट गई है और इस कारण रेस्क्यू टीम को घटना स्थल पर पहुंचने में परेशानी हो रही है।
हालांकि, रेस्क्यू दल पैदल घटनास्थल पर पहुंचा है और मलबे से चार शव निकाले हैं। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग की तरफ से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, सोलन जिले के परवाणू के पास चक्की मोड पर लैंडस्लाइड के चलते इस चंडीगढ़ कालका-शिमला हाईवे को बंद किया गया है। यहां पर लगातार लैंडस्लाइड हो रहा है।