मालरोड पर पुलिस रिर्पोटिंग रूम के सामने इस तरह की घटना होना पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल है। सरकार ने पुलिस को अपराधियों को पकड़ने के बजाय विधायकों के फोन टैपिंग के काम में लगाया है।
विधानसभा के सदस्य सुधीर शर्मा को धमकी मिली है और पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर भी बीते दिनों हमला हुआ है। देवभूमि में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।
चौपाल के विधायक बलबीर वर्मा ने भी युवक की हत्या पर पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े किए और कहा कि पुलिस नाइट पेट्रोलिंग करने के बजाय सोई हुई थी।