रानीताल। महिला और पुरुषों को आपने मोके यानी मस्से होते देखे होंगे, लेकिन पत्थर को भी मौके होते हैं यह शायद कभी सुना और देखा होगा।
यही नहीं इस मोके वाले पत्थर पर नमक चढ़ाने से मोकों से छुटकारा भी मिलता है। जी हां हम बात कर रहे प्राचीन मोके नड माता मंदिर रानीताल की। यह मंदिर कांगड़ा जिला में है।
मोके नड माता मंदिर में मोके वाला पत्थर है। मान्यता है कि पत्थर पर नमक चढ़ाने पर मौके यानी मस्सों से छुटकारा मिलता है।
यहां पत्थर पर नमक चढ़ाने के बाद धूप लगाया जाता है और पत्थर की परिक्रमा की जाती है। साथ ही मोकों से छुटकारे की मन्नत मांगी जाती है। कहा जाता है कि मन्नत पूरी होने पर फिर मंदिर आना होता है।
मोके नड माता मंदिर से कुछ दूर एक अन्य मंदिर है। मंदिर में बड़े पत्थर पर हनुमान जी की मूर्ति है। यहां पर धूप आदि लगाकर पूजा की जाती है।
अब हम आपको बताते हैं कि मोके नड माता मंदिर में कैसे पहुंच सकते हैं। मंदिर शिमला-मटौर फोरलेन मार्ग पर रानीताल में स्थित है।
अगर आप ज्वालामुखी या देहरा साइड से सफर कर रहे हों तो रानीताल पुलिस चौकी से थोड़ा आगे राइट हैंड साइड फोरलेन से ऊपर की तरफ सड़क गई है।
इस सड़क से 10 से 20 मीटर पर मंदिर है। अगर आप कांगड़ा साइड से आ रहे हों तो रानीताल चौक से कुछ दूरी पर स्थित एक ढाबे के आगे लेफ्ट साइट सड़क है।