ऋषि महाजन/जसूर। कांगड़ा के व्यापारिक कस्बा जसूर में दुकानदारों की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है। फोरलेन निर्माण कंपनी और बिजली बोर्ड के बीच शटडाउन को लेकर चली खींचतान में जसूर के व्यापारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
शनिवार को फोरलेन के कार्य के चलते शटडाउन निर्धारित किया गया था। फोरलेन कर्मचारी बड़ी-बड़ी मशीनें लेकर मौके पर पहुंचा और सड़क पर खड़ी कर दीं, लेकिन शटडाउन नहीं हो सका। क्योंकि बिजली बोर्ड में किसी की रिटायरमेंट के चलते शटडाउन नहीं हो सका।
बता दें कि पिछले एक सप्ताह से फोरलेन वाले अपने बड़े-बड़े हाइड्रा सड़क पर लगा देते हैं। इससे व्यापारियों का कारोबार बंद हो चुका है। बिना किसी योजना के चल रहे कार्य से दुकानदारों को भारी नुकसान हो रहा है।
सुबह दुकानें खोलने के समय फोरलेन कंपनी के हाइड्रा वाहन सड़क के बीचों बीच खड़े कर दिए जाते हैं। इससे रास्ता पूरी तरह बंद हो जाता है। व्यापारी न तो माल लोड कर पा रहे हैं, न ही अनलोड। ग्राहक भी दुकानों तक नहीं पहुंच पा रहे।
जगदीश, बंटी, सुल्तान अहमद और पवन का कहना है कि फोरलेन कंपनी और बिजली बोर्ड के बीच आपसी तालमेल न होने के चलते पिछले डेढ़ महीने से यही हाल हैं। तालमेल न होने का खामियाजा दुकानदारों को झेलना पड़ रहा है।
जब इस बारे फोरलेन में लगे कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने कहा कि देर शाम शटडाउन के लिए कहा गया था, ताकि मशीनें अपना कार्य कर सकें। लेकिन आज फिर बिजली बंद नहीं हुई, जिससे उन्हें काफी दिक्कतें आ रही हैं। मजदूर भी खाली बैठें हुए हैं।
बिजली बोर्ड के अधिकारी रघुवीर से बात की तो उन्होंने कहा कि उनके विभाग में कर्मचारी कम हैं। पिछले कल तूफान आने की वजह से काफी जगहों पर बिजली में दिक्कत आई है।
सारा स्टाफ उन शिकायतों के निपटारे में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि जब शटडाउन की बात की जाती है तो यह कभी मशीन खराब होने और हाइड्रा मशीनों के कर्मचारी ना होने की बात कहते हैं। उन्होंने कहा कि अपनी मनमर्जी से शटडाउन मांगते हैं, जोकि मुमकिन नहीं है। बिजली बोर्ड को लोगों की शिकायतें भी दूर करनी होती हैं।
जब इस बारे नेशनल हाईवे के अधिकारी शिव प्रसाद से बात की तो उन्होंने कहा कि यह कार्य प्रोजेक्ट अधिकारी देविंदर पाल देख रहे हैं, यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है।
देविंदर पाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस कार्य को हमारे जनरल मैनेजर सतपाल देख रहे हैं। जनरल मैनेजर सतपाल का कहना है कि आज शटडाउन का कार्यक्रम था, लेकिन बिजली विभाग में रिटायरमेंट होने के चलते सभी अधिकारी वहां व्यस्त थे, जिसके कारण शटडाउन नहीं मिल पाया और यह कार्य हमें टालना पड़ा।