लेडी ड्राइवर अविशा : शराबी पति और धमकियां भी नहीं तोड़ पाई हौसला
ewn24news choice of himachal 25 Jan,2024 4:24 am
पुणे। हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने हालातों से समझौता करने की जगह उन्हें बदलने की ठानी। तमाम चुनौतियों और मुश्किलों के बाद ऐसा कर भी दिखाया। यह साबित कर दिखाया कि किसी भी क्षेत्र में महिलाएं किसी से कम नहीं हैं। अगर महिला कुछ ठान ले तो उसे पूरा करने की हिम्मत भी रखती है।
यह कहानी है पुणे महाराष्ट्र के माओल की अविशा की। पति को शराब की लत, बच्चों के पालन पोषण की चिंता, पुणे की अविशा ने हिम्मत न हार के स्टीयरिंग थामने की सोची। टैक्सी और ऑटो चलाना शुरू किया। माओल क्षेत्र की पहली लेडी टैक्सी ड्राइवर बनीं।
अविशा का यह सफर आसान न था। शुरू में उन्हें काफी दिक्कत हुई। पुरुषों ने धमकाया भी। शुरुआत में उन्हें काफी डर भी लगता था। फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। उन्हें माता-पिता, भाई और भाभी का पूरा सपोर्ट मिला। परिवार वालों के सहयोग से उन्होंने हर चुनौती को पार किया।
अविशा कहती हैं कि ससुराल वालों से किसी प्रकार का सपोर्ट नहीं मिला। पति को शराब की लत थी। उन्होंने पति का घर छोड़कर अपने दम पर कुछ करने की ठान ली और पति को छोड़कर बेटी के साथ निकल पड़ी अपनी सफलता के सफर पर।
अविशा सात साल से ड्राइविंग कर रही हैं। उनकी 9 साल की बेटी है। वह ऑटो भी चलाती हैं और ट्रक भी चला लेती हैं। अविशा ने कहा कि लड़कियां खुद को कम न समझें। हर काम में आगे बढ़ें। कभी हौसला न छोड़ें और हमेशा मंजिल की तरफ बढ़ते रहें। अविशा ने बताया कि वह टैक्सी और ऑटो चलाकर अच्छा कमा लेती हैं। खासकर बरसात के समय काफी अच्छी कमाई हो जाती है। वह स्वाभिमान के साथ अपना व परिवार का पालन-पोषण कर रही हैं।
यह जानकारी हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय के फिजिक्स विभाग के प्रोफेसर बीसी चौहान ने ewn24 news Choice Of Himachal से साझा की है। प्रोफेसर बीसी चौहान IUCAA (खगोलशास्त्र एवं खगोलभौतिकी अन्तरविश्वविद्यालय केन्द्र पुणे) में विजिटिंग प्रोफेसर हैं। अविशा से उनकी मुलाकात IUCAA में विजिट के दौरान हुई थी।