कांगड़ा। गणपति महाराज के दिवस गणेश चतुर्थी की शुरुआत हो गई है। चतुर्थी की तिथि 7 सितंबर की शाम 5 बजकर 38 मिनट तक रहेगी। आज का दिन जितना शुभ है रात उतनी ही अशुभ मानी जाती है।
भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को पत्थर चौथ या कलंक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि चतुर्थी के दिन चांद के दर्शन नहीं करने चाहिए। चतुर्थी के दिन अगर आपने चंद्रमा को देख लिया तो माना जाता है कि आप पर गलत आरोप लग सकते हैं।
कलंक चतुर्थी से जुड़ी एक प्रसिद्ध पौराणिक कथा भी है। माना जाता है कि एक बार भगवान श्री गणेश अपने वाहन मूषकराज पर सवार होकर घूमने निकलेष घूमने के दौरान एक जगह मूषकराज किसी चीज से टकराए तो संतुलन बिगड़ने से श्री गणेश गिर पड़े।
इस घटना को चंद्रमा ने देख लिया और वे भगवान श्री गणेश पर हंसने लगे तब श्री गणेश ने चंद्रमा को यह श्राप दिया कि जो भी भाद्रपद शुक्ल की चतुर्थी पर चन्द्रमा को देखेगा, उस पर झूठे आरोप और कलंक लगेंगे।
श्रीमद्भागवत में भी कहा गया है कि भगवान श्रीकृष्ण ने भी गलती से गणेश चौथ का चांद देख लिया था तो उन पर स्यमंतक मणि चुराने का आरोप लग गया था।
पंडित शास्त्री आगे बताते है कि कोई व्यक्ति अगर गलती से चंद्रमा देख लेता है तो उस कलंक से बचने के सरल उपाय भी है। इसमें पहले पूज्य श्री गणेश जी का पूजन है। श्री गणेश के पूजन ध्यान और दूर्वा चढ़ाने से भी चंद्रमा के कलंक का प्रभाव कम होता है।
अगर आप गलती से गणेश चतुर्थी पर चांद देख लेते हैं तो दोष से बचने के लिए आपको गणेश जी का व्रत रखना चाहिए। इसी के साथ जरूरतमंदों और गरीबों में अपनी क्षमता के अनुसार, फल या सोने-चांदी आदि का दान करें। इससे गणेश जी प्रसन्न होंगे और आप पर मिथ्या कलंक से बच जाएंगे।
गणेश चतुर्थी पर यदि आपको गलती से चांद दिख जाए आप जाम्बवंत, भगवान श्रीकृष्ण और स्यमंतक मणि की कथा भी सुन सकते हैं। इसी के साथ चंद्रदर्शन के दोष से बचने के लिए आपको इस मंत्र का जाप करना चाहिए -
‘सिंह: प्रसेनमवधीत्सिंहो जाम्बवता हत:।
सुकुमारक मारोदीस्तव ह्येष स्यमन्तकर:॥’
गणेश चतुर्थी पर चांद दिखने पर आपको उसी समय किसी फल जैसे केला, अनार, नाशपाती या सेब आदि से गणेश जी की पूजा करनी चाहिए। वहीं आप गणेश जी की पूजा कर उन्हें 5 प्रकार के फल भी अर्पित कर सकते हैं। ऐसा करना भी प्रभावशाील माना जाता है।
गणेश चतुर्थी पर चंद्रदर्शन के दोष से बचने के लिए 27 बुधवार गणेश मंदिर जाएं और गणेश जी की पूजा-अर्चना करें। पूजा के दौरान भगवान गणेश को दूर्वा की 21 गांठ भी जरूर अर्पित करें।
यह भी माना गया है कि यदि आप चौथ पर चांद देख लेते हैं, तो हर माह की द्वितीया तिथि पर चांद देखने से व्यक्ति पर झूठे आरोप नहीं लगते।