Breaking News

  • शिमला रिज पर हंगामा : हरियाणा के पर्यटकों ने टैक्सी चालक से की गाली-गलौज, वीडियो वायरल
  • हिमाचल के डिपुओं में 3 माह से तेल नहीं, महिलाओं ने बोला हल्ला
  • हिमाचल : इल्मा अफरोज ही होंगी SP बद्दी, हाइकोर्ट ने सरकार को दिए आदेश
  • हिमाचल : मैकेनिकल, फिटर डिप्लोमा करने वालों के लिए नौकरी, इस दिन इंटरव्यू
  • हिमाचल विद्युत बोर्ड उपभोक्ता KYC प्रक्रिया को लेकर बड़ी अपडेट-जानें
  • कांगड़ा : युवक पर हमले के सभी 8 हमलावर गिरफ्तार, तलवार और बेस बॉल बैट से था मारा
  • हमीरपुर शहर के इन क्षेत्रों में 12 जनवरी को रहेगी बत्ती गुल
  • नादौन को मिला अग्निशमन उप-केन्द्र, मुख्यमंत्री सुक्खू ने किया उद्घाटन
  • फतेहपुर : वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने वाला गिरोह पकड़ा, राजस्थान से धरे दो आरोपी
  • हरिपुर के भटोली फकोरियां में पहली बार आयोजित हुआ सैनिक सम्मेलन, पूर्व सैनिक खुश

हिमाचल : सेब की बिक्री को लेकर सरकार, बागवान और आढ़तियों में ठनी

ewn24news choice of himachal 20 Jul,2023 6:36 pm

    सरकार की दो टूक- वापस नहीं लेंगे फैसला, बागवान समर्थन में

    शिमला। हिमाचल प्रदेश में सेब सीजन जैसे ही चरम की तरफ बढ़ रहा है सेब की बिक्री को लेकर सरकार, बागवानों और आढ़तियों के बीच ठन गई है। दरअसल, सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने इस साल से मंडियों में सेब को किलो के हिसाब से बेचने का फैसला लिया है। यह आढ़तियों को रास नहीं आ रहा है। इसकी वजह ये है कि नई व्यवस्था से आढ़तियों का मोटा पैसा नहीं बन रहा है। परिणामस्वरूप किलो के हिसाब से सेब खरीदने को लेकर आढ़तियों ने हड़ताल कर दी है।
    हिमाचल : सेब की बिक्री को लेकर सरकार, बागवान और आढ़तियों में ठनी

    हिमाचल प्रदेश आढ़ती महासंघ के अध्यक्ष हरीश ठाकुर ने कहा कि किलो के हिसाब से सेब खरीद का स्वागत है लेकिन मंडियों में इतनी जगह नहीं है जिससे सेब को किलो के हिसाब से खरीदा जाए। सरकार पहले मंडियों में उचित जगह उपलब्ध करवाए या यूनिवर्सल कार्टन को लागू करे। उसके बाद आढ़तियों को किलो के हिसाब से सेब बेचने में कोई परेशानी नहीं है।

    हरीश ठाकुर ने कहा कि कुछ तथाकथित बागवान संगठन राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए उन पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने इसे हिमाचल की मंडियों को बर्बाद करने की साजिश बताया और सरकार को कोई बीच का रास्ता निकालने की मांग की है। यूनिवर्सल कार्टन से ही इसका स्थाई समाधान हो सकता है। कल शाम तक उनकी सांकेतिक हड़ताल है सरकार उनसे बातचीत करके हल निकाले।
    कुल्लू से मनाली आने-जाने के लिए सड़क मार्ग तय, जानिए कैसे होगी आवाजाही

    वहीं, फल, फूल सब्जी उत्पादक संघ के अध्यक्ष हरीश चौहान और अन्य बागवानों का कहना है कि प्रदेश सरकार का किलो के हिसाब से सेब बेचने का फैसला बागवानों के हित में है। ऐसे में किलो के हिसाब से ही आढ़ती मंडियों में खरीदें। कुछ आढ़ती अपने निजी फायदे के लिए बागवानों का शोषण करते रहे हैं जो अब सहन नहीं होगा। बागवान किलो के हिसाब से सेब बिक्री से खुश हैं। कुछ आढ़ती अपने फायदे के लिए इस व्यवस्था को फेल करने में तुले हैं ताकि मंडियों में वह अपनी मनमानी कर सकें।

    उधर बागवानी मंत्री जगत नेगी ने दो टूक साफ कर दिया है कि प्रदेश सरकार ने किलो के हिसाब से सेब बेचने का जो फैसला लिया है वह किसी भी सूरत में वापस नहीं किया जाएगा। आढ़तियों को किलो के हिसाब से ही सेब खरीदना होगा। इसका उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने 24 किलो के हिसाब से यूनिवर्सल कार्टन प्रणाली की ग्रीडिंग के तहत सेब बेचने का फैसला लिया है ताकि बागवानों को लूट से बचाया जा सके।

Himachal Latest

Live video

Jobs/Career

Trending News

  • Crime

  • Accident

  • Politics

  • Education

  • Exam

  • Weather