कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे पर जड़ रही आरोप
शिमला। हिमाचल में अब आर्थिक बदहाली के मुद्दे पर सियासत सुर्ख है। सत्ता पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर हमलावर है। एक तरफ सुक्खू सरकार आर्थिक बदहाली के लिए पूर्व की जयराम सरकार को कटघरे में खड़ा कर रही है तो भाजपा ने पूर्व की कांग्रेस सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है।
शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि जयराम सरकार के समय में फिजूलखर्ची और वित्तीय अनियमितताएं हुईं हैं, जिसके चलते आज हिमाचल प्रदेश कंगाली के दौर में है। प्रदेश में 75,000 करोड़ कर्ज़ है। इसके अलावा कर्मचारियों की देनदारी अभी बहुत ज्यादा है। प्रदेश की आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने के लिए कम से कम 4 साल लगेंगे। सरकार पूर्व सरकार के समय हुई अनियमितताओं को लेकर श्वेत पत्र जारी करेगी।
दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री व नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार के श्वेत पत्र लाने के फैसले का स्वागत करते हुए पूछा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू आर्थिक बदहाली का रोना कब तक रोते रहेंगे। मुख्यमंत्री अगर श्वेत पत्र लाने की बात कर रहे हैं तो उसका स्वागत है, लेकिन केवल 5 साल में ही हिमाचल प्रदेश की स्थिति ऐसी नहीं हुई है। इससे पूर्व में अधिकतर समय तक कांग्रेस की सरकार रही जो हिमाचल प्रदेश की कंगाली के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। भाजपा उसको भी उजागर करेगी। सुखविंदर सिंह सुक्खू पहली बार इस तरह के दायित्व को निभा रहे हैं, ऐसे में उनको जानकारी का अभाव भी दिख रहा है।
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