शहीद पवन कुमार पंचतत्व में विलीन, पिथवी में सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
ewn24news choice of himachal 02 Mar,2023 5:20 pm
शिमला। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में दुश्मनों के साथ लोहा लेते शहीद हुए सिपाही पवन कुमार का अंतिम संस्कार गुरुवार को सैन्य सम्मान के साथ कर दिया गया है। शहीद पवन कुमार की पार्थिव देह गुरुवार सुबह जब रामपुर पहुंची तो हर तरफ पवन कुमार अमर रहे के नारे गूंज उठे। शहीद के अंतिम दर्शन करने के लिए रामपुर में जनसैलाब उमड़ पड़ा। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं लोक सभा सांसद प्रतिभा सिंह, स्थानीय विधायक नंद लाल सहित स्थानीय प्रशासन एवं आर्मी के अधिकारी भी शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
रामपुर में सैकड़ों लोगों ने शहीद पवन कुमार धंगल को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पार्थिव देह करीब 2:30 बजे पैतृक गांव पिथवी में पहुंची। यहां पर शहीद के परिजनों और गांव वालों ने नम आंखों से वीर जवान को अंतिम विदाई दी। इसके बाद पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद पवन कुमार का अंतिम संस्कार किया गया।
गौर हो कि हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला स्थित रामपुर की किन्नु पंचायत के पिथवी गांव का जवान पवन कुमार दंगल पुलवामा में 28 फरवरी को हुए आतंकी हमले में शहीद हुआ है। 26 वर्षीय पवन कुमार 55वीं राष्ट्रीय राइफल ग्रेनेडियर में बतौर सिपाही तैनात था। वह 2015 में सेना में भर्ती हुआ था। पवन घर का इकलौता चिराग था। पिता शिशुपाल लोक निर्माण विभाग में कार्यरत हैं, जबकि माता भजन दासी गृहिणी हैं। बहन प्रतिभा की शादी हो चुकी है।
पवन के शहीद होने की सूचना मिलते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मां रोजाना की तरह खेत में काम कर रही थी, जबकि पिता अपनी ड्यूटी पर गए थे। बेटे की शहादत की खबर से दोनों को ही कुछ समय के लिए सदमा सा लग गया। खबर मिलते ही पवन के पिता व अन्य सदस्य जम्मू-कश्मीर के लिए निकल गए। बुधवार को सेना की तरफ से शहीद को अंतिम विदाई दी गई जिसके बाद पार्थिव देह चंडीगढ़ के लिए रवाना की गई।
जनवरी में पवन के चचेरे भाई की मौत हो गई थी। इस दौरान वह छुट्टी पर घर आया था। 7 फरवरी को ही पवन ड्यूटी के लिए वापस लौटा था। इस दौरान उसने जल्द छुट्टी पर आने की बात कही थी, लेकिन उसे क्या पता था कि अब वह कभी घर लौटेगा तो तिरंगे में लिपट कर। ewn24news choice of himachal भारत मां की सेवा में शहीद पवन कुमार को सलाम करता है।