शिमला। हिमाचल के कर्मचारियों के लंबित डीए, एरियर और अन्य मुद्दों को लेकर रविवार को हिमाचल प्रदेश कर्मचारी महासंघ की आम सभा शिमला में हुई। इसमें आगामी रणनीति तैयार की गई।
महासंघ का कहना है कि वे सचिवालय कर्मचारियों की मांगों के साथ खड़े हैं। सरकार कर्मचारियों की अनदेखी कर खामियाजा भुगतने को तैयार रहे।
कर्मचारी महासंघ के नेता हीरा लाल वर्मा ने कहा कि कर्मचारियों की मांगों को लेकर चिंतन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वे सचिवालय के कर्मचारियों के साथ खड़े हैं। सरकार और कर्मचारियों के बीच तालमेल होना चाहिए।
सरकार कर्मचारियों की मांगों को अनसुना नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 4 लाख 85 हजार कर्मचारी और पेंशनर्स हैं। हीरा लाल वर्मा ने सरकार से मांग की कि वे सचिवालय कर्मचारियों को वार्ता के लिए बुलाए।
उन्होंने कहा कि कर्मचारी चैरिटी नहीं, बल्कि इसके लिए वे श्रम करते हैं। वहीं, उन्होंने कहा कि यूपीएस कर्मचारियों के हित में नहीं है। ये एनपीएस (NPS) से भी बदतर है।