शिमला। तीन दिवसीय चायल मेले के दौरान जाइका वानिकी परियोजना से जुड़े स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद देखने को मिले। रविवार यानी 9 जून से 11 जून तक चलने वाले इस मेले में कोटी रेंज के तहत जाइका के कई स्वयं सहायता समूहों ने स्टॉल लगाए। आचार, जूस, चटनी, जैम, शहद और बैग समेत अन्य उत्पाद खरीदने के लिए लोगों की लंबी लाइन लगी रही।
सशक्त महिला स्वयं सहायता समूह कोट और दुर्गा स्वयं सहायता समूह डवारों द्वारा निर्मित उत्पादों के दाम बाजार से कम और पूरी तरह से ऑग्रेनिक हैं। इसे देखते हुए मेले का लुत्फ उठाने पहुंचे लोगों की निगाहें जाइका वानिकी परियोजना के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल पर पड़ रही हैं और अच्छी-खासी बिक्री भी होने लगी है। जाइका के मुख्य परियोजना निदेशक समीर रस्तोगी ने मेहनकश स्वयं सहायता समूहों के सभी सदस्यों की सराहना की। मेले के अवसर पर एसएमएस योशा सोलंकी, मशोबरा फोरेस्ट रेंज की एफटीयू कॉ-ऑर्डिनेटर पूजा और तारादेवी फॉरेस्ट रेंज की कॉ-ऑर्डिनेटर प्रतिभा शर्मा मौजूद रहीं।