तपोवन (धर्मशाला)। हिमाचल प्रदेश में पिछले तीन साल मं 31 अक्टूबर 2025 तक कुत्तों के काटने के 3 लाख 26 हजार 170 मामले सामने आए हैं। वहीं, इस अवधि के दौरान रेबीज से 11 संदिग्ध मौतें हुई हैं।
यह जानकारी हिमाचल प्रदेश के शीतकालीन सत्र के दौरान गगरेट के विधायक राकेश कालिया के सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनी राम शांडिल ने मुहैया करवाई है। जानकारी दी गई कि तीन वर्ष में 31 अक्टूबर 2025 तक प्रदेश में रेबीज की कोई भी प्रयोगशाला से प्रमाणित मृत्यु नहीं हुई है। इस अवधि में रेबीज से 11 संदिग्ध मृत्यु हुई हैं।
बिलासपुर जिला में 15801 मामले सामने आए और रेबीज से कोई भी मृत्यु दर्ज नहीं है। चंबा में 26246 मामले और मौत जीरो। हमीरपुर में 16 हजार 976 मामले और रेबीज से एक संदिग्ध मौत हुई है। कांगड़ा जिला में 54 हजार 649 मामले और रैबीज से 6 संदिग्ध मौतें हुई हैं। किन्नौर में 5236, कुल्लू में 24522, लाहौल स्पीति में 3608 और मंडी में 25072 मामले सामने आए हैं।
इस अवधि के दौरान कोई भी मृत्यु नहीं हुई है। शिमला मे 52695 मामले और रेबीज से तीन संदिग्ध मौतें हैं। सिरमौर में 26794 मामले और रेबीज से एक संदिग्ध मौत का मामला है। सोलन में 43447 और ऊना मं 31124 मामले हैं। साथ ही रेबीज से संदिग्ध मौत का आंकड़ा जीरो है।