ऋषि महाजन/नूरपुर। ऑनलाइन लोगों को ब्लैकमेल करने वाले शायद ये नहीं जानते कि उनके थोड़े से लालच की वजह से किसी की जिंदगी बर्बाद या खत्म भी हो सकती है। कुछ ऐसा ही हुआ मच्छोट निवासी 21 वर्षीय युवक मनीष राणा के साथ। मनीष को कुछ शातिरों ने इतना परेशान कर दिया कि उसने अपनी जिंदगी ही खत्म कर ली।
पुलिस जिला नूरपुर के अधीन थाना फतेहपुर में आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड कर युवक को ब्लैकमेल कर खुदकुशी करने के लिए मजबूर करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपियों को पुलिस ने अलवर राजस्थान से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पूरा मामला क्या है आपको बताते हैं विस्तार से ...
जानकारी के अनुसार, पहली जनवरी 2024 को हरपाल सिंह पुत्र मंगत राम निवासी गांव जमलुई फतेहपुर की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। शिकायतकर्ता हरपाल सिंह ने बताया कि उनके भतीजे मच्छोट निवासी 21 वर्षीय युवक मनीष राणा को एक व्हाट्सएप संदेश प्राप्त हुआ था, जिसमें आरोपियों ने मनीष का आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड कर लिया था और उसे धमकी दी थी कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो वह वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर देंगे।
मनीष ने बेइज्जती के डर से उनके खाते में 11 हजार रुपए की राशि ट्रांसफर भी कर दी थी लेकिन फिर उससे पैसे मांगे जा रहे थे। इस मानसिक उत्पीड़न के कारण मनीष ने पहली जनवरी 2024 को अपने मोबाइल पर सुसाइड नोट लिखकर चाचा को व्हाट्सएप पर भेजा और आत्महत्या कर ली। उसका शव जंगल में मिला।
युवक के सुसाइड नोट के आधार पर जिला पुलिस नूरपुर द्वारा प्राथमिक जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था और मामले की गहनता से जांच अमल में लाई। जिला पुलिस नूरपुर द्वारा उपरोक्त मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए इस मामले में वांछित आरोपियों की तलाश देश के विभिन्न स्थानों पर लगातार की जा रही थी।
इस मामले में पेशेवर ढंग से कार्यवाही करते हुए जिला पुलिस नूरपुर की टीम ने इस मामले में वांछित दो आरोपियों पंकज कुमार पुत्र भूप सिंह निवासी गांव सैदमपुर, थाना गोविंदगढ़ जिला अलवर राजस्थान, सचिन पुत्र रिखी निवासी लिल्ही, थाना मालाखेड़ा जिला अलवर राजस्थान को अलवर राजस्थान से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
पुलिस थाना फतेहपुर के प्रभारी पवन गुप्ता ने कहा कि आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की जाएगी और बाकी गिरोह को भी पकड़ा जाएगा। पुलिस ने सभी नागरिकों से अपील की है कि इस प्रकार के आपराधिक कृत्यों की सूचना तत्काल पुलिस को दें और ऐसे मामलों में सतर्कता बरतें।