धर्मशाला। हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भ्रष्टाचार पर विपक्ष नियम 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव लाया है। इस पर चर्चा हो रही है। विपक्ष ने ऊना के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा का 3.15 करोड़ रुपए का लोन माफ करने का मुद्दा भी सदन में उठाया।
चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि केसीसी बैंक ने वन टाइम सेटलमेंट पॉलिसी 9 सितंबर 2022 से 9 सितंबर 2023 तक एक साल के लिए शुरू की। उस समय प्रदेश में भाजपा की सरकार थी और जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री थे।
इसके लिए पहले रजिस्ट्रार कोऑपरेटिव सोसाइटी से 23 अगस्त को अप्रूवल ली गई। आरसीसी ने कंडीशन लगाई कि यह पॉलिसी शत प्रतिशत नॉन डिस्क्रिशनरी एंड नॉन डिस्क्रिमिनेटरी हो। इस मतलब है कि किसी भी एप्लीकेशन रिजेक्ट नहीं हो सकती, अगर वह ओटीएस पॉलिसी के फ्रेमवर्क में आया।
इस पॉलिसी के तहत पूर्व विधायक सतपाल राजयादा ने 6 सितंबर को एप्लीकेशन दी। उस समय भाजपा की सरकार थी और वन टाइम पॉलिसी थी। उनके दो खाते थे। एक का क्लॉजर 5 दिसंबर 2023 और दूसरे का दिसंबर 2023 को हुआ।
इस पॉलिसी को एक्सटेंड करने के लिए बैंक ने अप्रैल में आरसीएस से दोबारा अनुमति मांगी और आरसीएस ने 16 सितंबर 2023 से 31 दिसंबर 2023 तक इसकी एक्सटेंशन की अनुमति दे दी। यह एक्सटेंशन इस शर्त पर दी गई कि पॉलिसी शत प्रतिशत नॉन डिस्क्रिशनरी और नॉन डिस्क्रिमिनेटरी होगी।
इस पॉलिसी के कारण बैंक का 207 करोड़ रुपए एनपीए कम हुआ, जो 1247 करोड़ रुपए से घटकर 1040 करोड़ रुपए रह गया। इसका फायदा 7262 लोगों ने उठाया। आपने (भाजपा) चुनाव से पहले राजनीतिक लाभ के लिए यह पॉलिसी लाई होगी। सतपाल रायजादा का करोड़ों रुपए का लोन वन टाइम पॉलिसी के तहत सैटल हुआ है। आरबीआई गाइडलाइन के तहत माफ हुआ।
वहीं, ऊना के विधायक सतपाल सत्ती ने सवाल उठाया कि वर्ष 2022 में जब सतपाल रायजादा ने विधानसभा का चुनाव लड़ा था, तो उस समय उन्होंने 10 करोड़ रुपए की प्रापर्टी का एफेडेविट दिया था। लोकसभा का चुनाव लड़ा तो 15 करोड़ का दिया। डेढ़ साल में 5 करोड़ कैसे इकट्ठा कर लिए।
पांच करोड़ रुपए का इजाफा कहा से हुआ। उनके ऊपर 5.97 करोड़ रुपए का लोन था, उसमें उन्होंने 3.15 करोड़ रुपए ओटीएस में माफ करवा दिए। संपत्ति बढ़ने के सवाल पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वह इनकम टैक्स के दायरे में आते हैं और जब वे अपना टैक्स का फॉर्म भरेंगे तो उसमें सब सामने आ जाएगा। आप इस चीज से क्यों चिंतित हो रहे हैं।