शिमला। हिमाचल में राजधानी शिमला में अवैध मस्जिद मामले को लेकर उपजे विवाद को लेकर विभिन्न संगठनों ने सीटीओ चौक से लोअर बाजार होते हुए रिज पर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा तक सद्भावना मार्च निकाला।
सद्भावना मार्च में वामपंथी व मुस्लिम संगठनों सहित कई अन्य लोगों ने शामिल होकर शांति का संदेश दिया।
इस दौरान सीपीआईएम के पूर्व में मेयर रहे संजय चौहान ने कहा कि शिमला में लंबे समय से सभी धर्मों के लोग आपस में मिलजुल कर रहते हैं लेकिन अब विवाद को लेकर माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है।
आज शिमला में विभिन्न संगठनों द्वारा सद्भावना मार्च निकाला जा रहा है जिसमें सभी समुदाय और संगठनों के लोग शामिल हुए हैं और लोगों से शांति की अपील की जा रही है।
उन्होंने कहा कि शिमला शांतिपूर्ण प्रदेश है 1984 के दंगों के दौरान भी सभी वर्गों के लोगों ने यहां पर एकता का परिचय देते हुए आपसी भाईचारे और एकता का परिचय दिया था।
शांति मार्च में मुस्लिम वर्ग की ओर से शामिल हुए कुतुब मस्जिद के अध्यक्ष मोहम्मद पीरू ने कहा कि वह पिछले 25 वर्ष से यहां शिमला में रह रहे हैं और यहां पर आज तक कभी इस तरह का माहौल पैदा नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन बाहर से आने वाले सभी लोगों की वेरिफिकेशन करे ताकि यहां पर माहौल खराब ना हो। उन्होंने कहा कि शांति मार्च से माहौल को शांतिपूर्ण बनाए रखने का संदेश दिया जा रहा है।