सूर्य पूजा का विशेष माह पौष चल रहा है और ये महीना 6 जनवरी तक रहेगा। इस महीने में सूर्य देव की पूजा की जाती है। ये शीत ऋतु का समय है और ठंड पूरे प्रभाव में रहती है इसलिए इन दिनों में तिल-गुड़ का सेवन करना चाहिए साथ ही जरूरतमंद लोगों को गर्म कपड़ों का दान करना चाहिए। पौष माह में रोज सुबह जल्दी उठना चाहिए। स्नान के बाद सूर्य देव को जल चढ़ाएं। इसके लिए तांबे के लोटे का उपयोग करना चाहिए। लोटे में कुमकुम, लाल फूल और चावल डालना चाहिए। अर्घ्य अर्पित करते समय ऊँ सूर्याय नमः मंत्र का जप करें।
पौष मास 6 जनवरी तक है। तब तक पूजा-पाठ के साथ ही कुछ और बातों का भी ध्यान रखना चाहिए। जैसे इन दिनों में लाल और पीले कपड़े ज्यादा पहनना चाहिए। ये रंग सूर्य से संबंधित हैं और ऊर्जा देने वाले हैं। अभी ठंड का समय है, इसलिए जरूरतमंद लोगों को गर्म कपड़ों का दान करें। गायों की देखभाल के लिए गौशाला में धन का दान करें।
ठंड का समय है तो खाने में ऐसी चीजें शामिल करें, जिनकी तासीर गर्म है। इन दिनों में खासतौर पर तिल-गुड़ खाना चाहिए। अभी अमरूद, मूली, बैंगन, पालक, मेथी आदि फल और सब्जियां खासतौर पर खानी चाहिए। ये चीजें शरीर को मौसमी बीमारियों से बचाने में कारगर हैं। इनके साथ ही अजवाइन, लौंग और अदरक का सेवन जरूर करें।
सूर्य देव पंचदेवों में से एक हैं और हर शुभ काम में इनकी पूजा भी की जाती है। सूर्य अभी धनु राशि में है। इस वजह से शुभ और मांगलिक कामों के लिए मुहूर्त नहीं हैं। सूर्य धनु राशि में एक माह रहता है इसे खरमास कहते हैं। इस संबंध में ज्योतिष की मान्यता है कि खरमास में सूर्य अपने गुरु बृहस्पति की सेवा में रहता है। इस वजह से सूर्य और गुरु दोनों ही ग्रह कमजोर रहते हैं। शुभ कार्यों में इन दोनों ग्रहों की स्थिति मजबूत होनी चाहिए, इस वजह से खरमास में शुभ मुहूर्त नहीं रहते हैं।