भाजपा सरकार में पनपा पेपर लीक माफिया
शिमला। हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की महिला कर्मचारी की जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (JOA IT) पोस्ट कोड 965 पेपर लीक में गिरफ्तारी के बाद सुक्खू सरकार ने चयन आयोग सस्पेंड कर दिया है और भर्तियों पर भी रोक लगा दी है।
पेपर लीक मामला : सीएम सुक्खू का बड़ा ऐलान-और होंगे सनसनीखेज खुलासे
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार सत्ता में व्यवस्था परिवर्तन के लिए आई है। नौकरियों में पिछले पांच वर्ष में व्याप्त भ्रष्टाचार हुआ है, जिसे जड़ से खत्म करने की कांग्रेस सरकार की प्रतिबद्धता है। पूर्व की भाजपा सरकार में हिमाचल प्रदेश में पेपर लीक माफिया पनपा है और कहीं ना कहीं भाजपा सरकार इसके लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार है।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पिछले 5 साल में गलत तरीके से सरकारी भर्तियां हुई हैं और सरकार की संलिप्ता भी इसमें हो सकती है। पुलिस पेपर लीक मामला पूर्व सरकार के समय का एक बड़ा उदाहरण है, जिसको लेकर भी सरकार जांच कर रही है, लेकिन पूर्व की भाजपा सरकार ने इसको लेकर भी गंभीरता नहीं दिखाई।
JOA IT पेपर लीक मामले मामले को लेकर फिलहाल एसआईटी जांच कर रही है। सरकार ने सभी भर्तियों को पोस्टपोन किया है और अगले 60 दिन के बाद फिर से भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। क्योंकि आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे हैं, ऐसे में भर्तियों को जारी नहीं रखा जा सकता है।
सरकार भ्रष्टाचार मुक्त भर्ती के लिए मैकेनिज्म तैयार कर रही है, ताकि नौकरियों में पारदर्शिता आए और वर्षों से मेहनत कर रहे लाखों बेरोजगार युवाओं के साथ कोई धोखा ना हो। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि हिमाचल में जीरो टॉलरेंस करप्शन फ्री सरकार देना कांग्रेस का वादा है और इसी दिशा में सरकार आगे भी बढ़ रही है।