तीन दिन तक चले इस टूर्नामेंट में 35 विद्यालयों के 330 खिलाड़ियों ने खो-खो, कबड्डी, बैडमिंटन व वॉलीबॉल खेल में अपना दमखम दिखाया। समापन समारोह में छात्राओं द्वारा प्रस्तुत पहाड़ी नाटी, पंजाबी गिद्दा व हरियाणवी नृत्य का मधुर संगम देखने को मिला। मझीण स्कूल की छात्राओं ने पहाड़ी नाटी से कार्यक्रम का समा बांधा, वहीं अन्य छात्राओं ने पंजाबी गिद्दे से उपस्थित जनसमूह का खूब मनोरंजन किया।
रविवार को कबड्डी में टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सियालकड़ व मेजबान टीम राजकीय मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मझीण के बीच हुआ। यह मैच अंतिम पड़ाव तक बराबरी पर चला रहा, लेकिन अंत में सियालकड़ ने चार अंकों की बढ़त के साथ खिताब को अपने नाम करने में सफलता हासिल की।
सियालकड़ की टीम ने 19 अंक हासिल किए जबकि मझीण 15 अंक लेकर टूर्नामेंट की उपविजेता रही। वहीं अन्य मुकाबलों में खो-खो खेल में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लगड़ू ने बग्गी स्कूल को शिकस्त देते हुए प्रथम स्थान हासिल किया। वॉलीबॉल में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टीहरी अव्वल रही, वहीं ढोला खरीयाणा ने दूसरे स्थान पर रही।
बैडमिंटन में सियोहरपांई द्वितीय स्थान पर तो वहीं मेजबान विद्यालय टीम मझीण बैडमिंटन में उपविजेता रही। मार्च पास्ट में अनुशासन, एकता का परिचय देते हुए राजकीय मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मझीण की टीम ने प्रथम स्थान पर जगह बनाई। इस कामयाबी के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य सुरेश ठाकुर ने पूरी टीम की प्रशंसा व हौसला अफजाई की।
उन्होंने कहा इस टूर्नामेंट के सफल आयोजन के लिए एसएमसी पदाधिकारियों, विद्यालय स्टाफ सदस्य, स्थानीय पंचायत पदाधिकारी, जनता व विद्यार्थियों के सहयोग के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग व बेहतर तालमेल के कारण ही यह आयोजन सफल हो पाया।
इस मौके पर डिप्टी डायरेक्टर टूरिज्म विभाग रवि धीमान, जिला परिषद सदस्य व एसएमसी कमेटी के अध्यक्ष कुलदीप धीमान, पूर्व जिला परिषद सदस्य संजय धीमान, सियालकड़ पंचायत के उपप्रधान रामगोपाल व विद्यालय स्टाफ के सदस्य भी मौजूद रहे।