शिमला। हिमाचल के तीन नवनिर्वाचित विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ लेने वालों में कांगड़ा जिला की देहरा विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर, नालागढ़ से बावा हरदीप सिंह और हमीरपुर से नवनिर्वाचित भाजपा सदस्य आशीष शर्मा शामिल हैं।
हिमाचल विधानसभा के इतिहास में पहली बार हुआ कि पति पत्नी विधानसभा में पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर देहरा से जीतकर विधानसभा पहुंचीं हैं। इसके साथ ही हिमाचल विधानसभा में कांग्रेस के 40 जबकि भाजपा के 28 सदस्य हो गए हैं।
शपथ के बाद विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि तीनों नवनिर्वाचित सदस्य की आज शपथ हुई है। अगस्त माह के अंतिम सप्ताह में विधानसभा के मानसून सत्र हो सकता हैं। कल से 9 के आलावा 26 नए सदस्यों की ट्रेनिंग रखी गई है। भाजपा के 9 सदस्यों पर विधानसभा में अनुशासनहीनता की कार्यवाही कर उन्होंने कहा कि ये विधानसभा का विषय है। सत्र के दौरान ही इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा।
वहीं, देहरा की विधायक कमलेश ठाकुर ने शपथ के बाद कहा कि ये उनकी नहीं बल्कि देहरा की जनता की शपथ है। 25 साल बाद कांग्रेस ने देहरा की सीट जीती है वह देहरा के विकास के लिए काम करेंगी।
हमीरपुर के भाजपा विधायक आशीष शर्मा ने बताया कि डेढ़ साल में कांग्रेस सरकार ने हमीरपुर का कोई विकास नहीं करवाया और उनके ऊपर झूठे मुकदमे बनाए। अब उम्मीद है कि सरकार काम करेगी।
शपथ ग्रहण समारोह के बाद कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह बावा ने नालागढ़ की जनता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नालागढ़ का विकास करना मेरी प्राथमिकता है। कानून-व्यवस्था को सुधारा जाएगा, जो वादे जनता से किए गए हैं, उनको धरातल पर उतारने के लिए आज से ही कार्य शुरू किया जाएगा।
वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि भाजपा ने जो षड्यंत्र रचा जिसका जवाब जनता ने दे दिया है। भाजपा को अब चुपचाप विपक्ष की भूमिका को निभाना चाहिए। भाजपा की कारगुजारियों के चलते हिमाचल में चार माह खराब हो गए।
प्रदेश की आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जय राम सरकार ने जो कर्ज लिया उसके ब्याज को चुकाने के लिए भी कर्ज लेना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के समय 20 हजार तो उनके डेढ़ साल के समय में 28 हजार रोजगार के अवसर सृजित किए गए हैं।
वहीं, विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष 25 से 28 हो गया जबकि कांग्रेस चालीस के आंकड़े को पार नहीं कर पाई। सुक्खू सरकार ने चुनाव में जमकर सत्ता का दुरुपयोग किया बावजूद इसके लोकसभा की एक सीट भी नहीं जीत पाए। आर्थिक स्थिति भाजपा ने नहीं बल्कि कांग्रेस सरकार ने बिगाड़ी है। भाजपा ने भी कांग्रेस के कर्ज के ब्याज को चुकाने के लिए कर्ज लिया था।
इस मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे।
विधायकों के शपथ ग्रहण के साथ ही हिमाचल विधानसभा में एमएलए की संख्या करीब साढ़े चार महीने बाद फिर से 68 हो गई। इससे पहले तीनों विधायक ढोल-नगाड़ों के साथ विधानसभा पहुंचे। खासकर नालागढ़ के विधायक हरदीप सिंह बावा के समर्थक काफी संख्या में विधानसभा पहुंचे।