हिमाचल : IIT Mandi में फर्स्ट ईयर के छात्रों से रैगिंग, 72 स्टूडेंट्स के खिलाफ कार्रवाई
ewn24news choice of himachal 06 Sep,2023 1:54 pm
कुछ छात्र निलंबित कुछ को लगाया जुर्माना, खाली करवाए हॉस्टल
मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में रैगिंग का मामला सामने आया है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी (IIT Mandi) में कथित तौर पर सीनियर बैच के छात्रों ने फर्स्ट ईयर के छात्रों की रैगिंग की है।
आरोपों के अनुसार सीनियर्स ने फर्स्ट ईयर के छात्रों को पार्टी के बहाने क्लास रूम में बुलाकर मुर्गा बनाया, मुंह दीवार की ओर करवाकर कई घंटे उनको खड़ा रखा साथ ही उनसे उठक-बैठक करवाई गई।
बताया जा रहा है कि यह मामला अगस्त माह का है जिसकी शिकायत संस्थान के एंटी रैगिंग सेल में की गई थी। मामला सामने आने के बाद संस्थान ने 72 छात्रों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए 10 छात्रों को 6 महीने के लिए निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार घटना 11 अगस्त को हुई थी। आईआईटी मंडी (IIT Mandi) के निदेशक प्रोफेसर लक्ष्मीदत्त बेहरा ने 20 अगस्त को रैगिंग लेने वाले सभी छात्रों को एक मेल भेजा था।
इसमें इन छात्रों द्वारा रैगिंग का जिक्र किया गया था। संस्थान के मुताबिक विभिन्न संकाय के 72 छात्र दोषी पाए गए हैं। दोषी पाए गए कुछ छात्रों पर 15000-15000 रुपए जुर्माना भी लगाया गया है, वहीं कुछ छात्रों को निलंबित किया गया है।
10 निलंबित छात्रों में से तीन छात्र संगठन के पदाधिकारी भी है। इन तीन छात्रों के पद भी छीन लिए गए हैं और उनसे हॉस्टल भी खाली करवा दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक सजा पाने वाले सीनियर स्टूडेंट ने संस्थान से सजा पर पुनर्विचार की अपील की है।
बताया जा रहा है कि 11 अगस्त को सीनियर छात्र द्वारा आयोजित फ्रेशर मीट के दौरान अज्ञात शिकायतों की जांच के आधार पर आईआईटी मंडी ने यह कार्रवाई की है।
संस्थान को मिली शिकायतों में कथित तौर पर मीट के दौरान प्रथम वर्ष के छात्रों द्वारा सीनियर स्टूडेंट्स द्वारा उनकी रैगिंग करना और उन्हें कोने में खड़ा करने के आरोप लगाए हैं।
जबकि सीनियर स्टूडेंट ने यह कह कर अपना बचाव किया है कि यह आमतौर पर हर साल फ्रेशर मीट के दौरान होने वाला एक मजाक था जिसे गलत समझा जा रहा है।
वहीं, संस्थान की ओर से पुलिस के पास बीते महीने हुए इस रैगिंग की कोई भी शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है। पुलिस के मुताबिक फरवरी माह में संस्थान के एंटी रैगिंग सेल द्वारा एक शिकायत दर्ज कराई गई थी जिसकी रिपोर्ट बनाकर भेजी गई है।
जिसके बाद अभी तक कोई और शिकायत पुलिस के पास नहीं पहुंची है। इस बारे में आईआईटी मंडी की तरफ से आने वाले जवाब का इंतजार किया जा रहा है।