डीजीपी संजय कुंडू बोले- 11 माह में पुलिस जिला नूरपुर ने किया अच्छा काम
ewn24news choice of himachal 22 Jul,2023 3:42 pm
नशे की तस्करी और अवैध खनन पर कसा शिकंजा
ऋषि महाजन/नूरपुर।हिमाचल के डीजीपी संजय कुंडू शनिवार को नूरपुर पहुंचे। उन्होंने यहां पुलिस जिला नूरपुर एसपी ऑफिस और पुलिस लाइन के लिए जमीन देखी। नूरपुर में मीडिया से बातचीत में डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि जसूर एग्रो इंडस्ट्रीज में एसपी ऑफिस के लिए जमीन देखी है। एग्रो इंडस्ट्रीज को भी इसमें कोई आपत्ति नहीं है। जल्द ही जमीन विभाग के नाम ट्रांसफर हो जाएगी।
पुलिस लाइन के लिए रैहन और राजा का तालाब में जमीन देखी। पर यह जमीन एसपी ऑफिस से काफी दूर है। कर्मचारी को आने-जाने में दिक्कत हो जाएगी। हमारी प्राथमिकता है कि पुलिस लाइन की जमीन एसपी ऑफिस से पांच किलोमीटर दायरे में हो। इसके लिए नागनी में जमीन देखी गई है। इसका जल्द ही एफसीए केस बनाकर भेजा जाएगा।
डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि बॉर्डर क्षेत्र होने के चलते नूरपुर को पुलिस जिला का दर्जा दिया गया है। पुलिस जिला नूरपुर 26 अगस्त 2022 को बना था। 11 माह में पुलिस जिला नूरपुर ने अच्छा काम किया है। उन्होंने बताया कि करीब 11 माह में एनडीपीएस के 115 मामले दर्ज हुए हैं और करीब चार किलो चिट्टा बरामद किया है। साथ ही 1 करोड़ 21 लाख 12 हजार 420 का कैश सीज किया है।
जब नूरपुर कांगड़ा एसपी ऑफिस के अधीन था तो 82 केस और 454 ग्राम चिट्टा पकड़ा था। पैसों की जब्ती 4 करोड़ 57 लाख थी। संजय कुंडू ने कहा कि सीमावर्ती जिला है। पंजाब बॉर्डर के साथ लगता है। पहले भी आतंकी वारदात हुई हैं। आतंकी हिमाचल में न घुस सकें और चिट्टे की तस्करी पर अंकुश लगे इसके चलते नूरपुर पुलिस जिला बनाया गया था।
नूरपुर पुलिस जिला बनने पर अवैध खनन पर भी शिकंजा कसा है। करीब 11 माह की अवधि में 797 चालान किए हैं और 94 लाख 26 हजार जुर्माना वसूला गया है। कांगड़ा के अधीन होते 426 चालान और 17 लाख फाइन था। नूरपुर पुलिस जिला से पांच एनडीपीएस के केस 9.87 करोड़ संपत्ति सीज के लिए वित्त मंत्रालय भेजे गए हैं।
इनमें से 3 करोड़ रुपए की पुष्टि हो गई है और उन्हें पक्के तौर पर सीज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान सबसे अधिक कैश सीज नूरपुर पुलिस जिला में हुआ है। करीब दो करोड़ की राशि जब्त की है, जोकि ट्रेजरी में जमा है। जिसे लेने के लिए भी कोई नहीं आया है।