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हिमाचल : दुखड़ा लेकर रात को पहुंची निराश्रित बेटी, सीएम सुक्खू ने लिया बड़ा फैसला

ewn24news choice of himachal 03 Feb,2023 9:08 pm

    निराश्रित बेटियों को मिलेगी जमीन और घर बनाने की धन राशि

    शिमला। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला से संबंध रखने वाली निराश्रित बेटी देर रात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात करने पहुंची। बुधवार रात करीब 11 बजे राज्य सचिवालय में मुलाकात के दौरान निराश्रित बेटी ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को बताया कि उसकी उम्र 27 साल हो चुकी है और बालिका आश्रम में सिर्फ 26 साल की उम्र तक ही रहने की अनुमति है। ऐसे में उसके पास अब रहने का कोई आसरा नहीं है।
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    कड़कड़ाती ठंड में कांपते हुए अपनी व्यथा बता रही बेटी को पहले सीएम सुक्खू ने ओढ़ने के लिए शॉल दी। इसके बाद सीएम ने अधिकारियों को मामले में तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। गुरुवार शाम हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस बाबत घोषणा कर दी। 15 घंटे के भीतर ही राज्य सरकार ने बालिका आश्रम में रहने वाली लड़कियों के लिए उम्र 26 साल से बढ़ाकर 27 साल कर दी।

    इसके अलावा सभी निराश्रित बेटियों को सरकार की ओर से चार बिस्वा जमीन और घर बनाने के लिए उचित धन राशि देने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि सरकार सभी निराश्रित बेटियों को घर बनाने के लिए जमीन उपलब्ध करवाएगी।
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    मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक निराश्रित बेटी के लिए आशियाना तैयार नहीं हो जाता, तब तक वह बालिका आश्रम में रह सकेगी। इसके अलावा एक साल के समय में बेटी के लिए आशियाना तैयार करने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन निराश्रित बेटियों के पास अपना कोई ठिकाना नहीं है, सरकार उन्हें घर बनाने में मदद करेगी।

    गौर हो कि प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार निराश्रितों के लिए विशेष कदम उठा रही है। सरकार की ओर से निराश्रित बच्चों को सहारा देने के लिए सुखाश्रय सहायता कोष भी बनाया है। इस कोष के जरिए निराश्रित बच्चों के उत्थान का काम किया जा रहा है।


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