चंबा : जंगली जानवरों के अवशेषों के साथ चार धरे, तीसा के जंगल में किया था शिकार
ewn24news choice of himachal 15 May,2024 1:29 pm
अब तक दो मामलों में 6 गिरफ्तार
चंबा। हिमाचल के चंबा जिला में वन विभाग ने जंगली जानवरों के अवशेषों की तस्करी के बड़े मामले का पर्दाफाश किया है। दो मामलों में मॉनिटर लिजर्ड (जंगली बड़ी छिपकली), सियार सिंगी, सुअर के दांत, कस्तूरी मृग की कस्तूरी आदि बरामद की है और अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी बाहरी राज्यों के हैं।
मामले की जांच में पता चला है कि ये लोक चंबा के जंगलों में भी जंगली जानवरों का शिकार करते थे और बाहर से कूरियर आदि से भी मंगवाते थे। कुछ लोगों का अंधविश्वास बेजुबानों पर भारी पड़ रहा है। क्योंकि, ये अंधविश्वासी लोग इन अवशेषों का धार्मिक व तंत्र-मंत्र की विधि में प्रयोग करते हैं। इसलिए इसके मुंह मांगे दाम भी अदा करने को तैयार रहते हैं। इसलिए इन जानवरों का शिकार हो रहा है।
बता दें कि दो दिन पहले वन विभाग की टीम ने खज्जियार में मुंबई के दो लोगों को जंगली बड़ी छिपकली के अवशेष सहित जंगली सुअर के दांत, कस्तूरी मृग की कस्तूरी सहित अन्य वन्य प्राणियों के अवशेष के साथ पकड़ा था। एक दिन बाद ही 14 मई को वन विभाग की टीम ने जिला मुख्यालय के साथ लगते बालू में राजस्थान के चार लोगों को दस मॉनिटर लिजर्ड (जंगली बड़ी छिपकली) और 17 सियार सिंगी के अवशेषों के साथ दबोचा।
चारों आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि ये अवशेष तीसा के जंगल में शिकार कर हासिल किए गए हैं। मामला संवेदनशील होने के चलते वन विभाग मामले की जांच में जुटा है।
विभाग मामले में जल्द और भी बड़े खुलासे करेगा। ऐसी संभावनाएं हैं कि चंबा के अलावा हिमाचल के अन्य जिलों में भी ऐसा हो रहा होगा। इसके लिए वन विभाग इनके खिलाफ जल्द ही बड़ी मुहिम छेड़ सकता है।
डीसीएफ चंबा कृतज्ञ कुमार ने बताया कि दो मामलों में जंगली जानवरों के अवशेष के साथ 6 लोगों को पकड़ा है। पिछले कल बालू में चार लोगों से अवशेष बरामद किए हैं। इन चार लोगों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने तीसा के जंगल में शिकार किया था।
ये लोग स्थानीय जंगलों में भी शिकार करते हैं और कूरियर आदि से बाहरी राज्यों से भी अवशेष मंगवाते हैं। मामले की जांच जारी है। जो भी लोग इस मामले में संलिप्त होंगे उन्हें बक्शा नहीं जाएगा।