सीएम सुक्खू बोले: न CPS और न चेयरमैन का लिया पद, मरने न दी नैतिकता
ewn24news choice of himachal 05 Feb,2023 11:10 pm
नादौन को बीस साल बाद मिला मुख्यमंत्री का पद
नादौन। मुख्यमंत्री बनने के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू पहली बार अपने विधानसभा क्षेत्र नादौन पहुंचे। नादौन में जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के पुराने जख्म ताजा हो गए। उन्होंने नादौन की जनता का आभार जताया। कहा कि जब वह चुनाव हार भी गए तब भी नादौन की जनता ने साथ दिया। वह कभी मंत्री नहीं रहे। एक बार सीपीएस का पद मिला तो वह उन्होंने नहीं लिया। चेयरमैन का पद भी ठुकरा दिया। इसकी तो नोटिफिकेशन भी हो गई थी। उन्होंने कभी अपनी नैतिकता को मरने नहीं दिया। जीवन में जो भी करता हूं लगनशीलता से करता हूं दृढ़संकल्प होकर करता हूं, फिर घबराता नहीं हूं।
सोचा था कि एक दिन नादौन से कोई मुख्यमंत्री की कुर्सी तक जरूर पहुंचेगा। बीस साल इंतजार के बाद नादौन को मुख्यमंत्री का पद मिला है। नादौन के लोगों को एक साल का इंतजार करना होगा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2003 से ही उन्हें लोगों का अपार स्नेह प्राप्त हो रहा है। इसी का परिणाम है कि आज इस क्षेत्र को प्रदेश का नेतृत्व करने का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि वह जनता की आकांक्षाओं पर खरा उतरते हुए क्षेत्र के साथ-साथ प्रदेश का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं। सरकार ने प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य के लिए योजनाएं तय कर उनको धरातल पर उतारने के लिए कार्य योजना तैयार की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नादौन विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोला जाएगा। इसके साथ-साथ क्षेत्र में अन्य विकासात्मक कार्यों को भी गति प्रदान की जाएगी। प्रदेश सरकार पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ निरंतर आगे बढ़ रही है। सरकार ने कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में पेपर लीक मामले में तत्परता से कार्य किया और आयोग के कामकाज को निलंबित कर दिया गया है। भविष्य में आयोजित की जाने वाली सभी परीक्षाओं में पूर्ण पारदर्शिता और मैरिट के आधार पर चयन सुनिश्चित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि नशा सेवन की बुराई देश के भविष्य के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। राज्य सरकार ने सत्ता में आते ही इस बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए व्यापक स्तर पर रणनीति तैयार की है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार का पहला बजट जनहितैषी और आम आदमी को राहत देने वाला बजट होगा। सरकार जन कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए यह भी ध्यान दे रही है कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति को संतुलित किया जाए। प्रदेश सरकार वित्तीय अनुशासन सुनिश्चित करने को विशेष तरजीह दे रही है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए डॉ. राधाकृष्णनन चिकित्सा महाविद्यालय के निर्माण के लिए धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। इस महाविद्यालय का निर्माण कार्य पूरा कर अप्रैल माह में इसका लोकार्पण किया जाएगा।
इस महाविद्यालय में एक नर्सिंग महाविद्यालय भी खोला जाएगा। क्षेत्र के लोगों को सुविधा प्रदान करने के लिए इस महाविद्यालय में अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण उपलब्ध करवाए जाएंगे तथा आवश्यकता के आधार पर पर्याप्त संख्या में स्टाफ की तैनाती की जाएगी।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से स्थानीय भाषा में संवाद भी किया।