हरिपुर। बेजुबान जानवरों में भी जान होती है और उन्हें भी आजादी से जीने का हक है। शायद कुछ इंसान इस बात को नहीं समझते हैं और बेजुबान जानवरों पर अत्याचार करते हैं। ऐसा ही मामला देहरा विधानसभा क्षेत्र की हरिपुर तहसील के भटोली फकोरियां गांव में सामने आया है।
भटोली फकोरियां डैम के साथ नर्सरी में एक बैल नर्क जैसी जिंदगी जी रहा है। बैल फसल को बर्बाद न करें इसके लिए कुछ स्वार्थी लोगों ने उसे इस तरह बांधा है कि न तो वह ठीक से चल सकता है और न ही ठीक से कुछ खा पी सकता है। बैल के गले में रस्सी डालकर एक पांव से बांधा गया है।
पानी पीने जाने और खाने के लिए बैल को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। स्थानीय कुछ युवकों को बैल की हालत पर तरस भी आया और उन्होंने उसे मुक्ति दिलाने की कोशिश भी की, लेकिन कोशिश नाकामयाब हो गई।
क्योंकि इससे बैल और भी हिंसक हो गया है। ऐसे में कोई व्यक्ति इसे बिना विभागीय मदद से इस दर्द से मुक्त नहीं करवा सकता है। लोगों का कहना है कि बैल को इस कष्ट से मुक्त करवाया जाए और जिसने भी बैल को बांधा है उन पर कार्रवाई हो।
उधर, पुलिस भी थाने में आकर किसी द्वारा शिकायत करने पर कार्रवाई की बात कर रही है। हरिपुर पुलिस स्टेशन के एसएचओ मंजीत सिंह मनकोटिया से जब इस बारे बात की तो उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता थाने में आकर शिकायत करे।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि किसी को रेक्स्यू करने के लिए भी शिकायत की जरूरत है। अगर कोई व्यक्ति डूब रहा हो तो रेस्क्यू के लिए पुलिस शिकायत का इंतजार करेगी।