Breaking News

  • झंडूता में पब्लिक इंटरेक्शन कार्यक्रम के तहत जागरूकता बैठक
  • हिमाचल मौसम अपडेट : बढ़ने लगा पारा, ये तीन दिन येलो अलर्ट जारी-पढ़ें
  • अग्निवीर भर्ती : पालमपुर एसडीएम ऑफिस में कैंप स्थापित, करें संपर्क
  • कांगड़ा : दसवीं पास युवा नौकरी को हो जाएं तैयार, सुरक्षा गार्ड की हो रही भर्ती
  • नूरपुर : श्री बृजराज स्वामी मंदिर में खेली गई फूलों की होली, झूमे लोग
  • सुजानपुर होली मेले को अंतरराष्ट्रीय मेले का दर्जा, मुख्यमंत्री सुक्खू ने की घोषणा
  • कांगड़ा में कृषि अधिकारी खरीदेंगे पशुपालकों से गोबर खाद, गुणवत्ता जांचने को सैंपल भी ले सकते
  • कोटधार नलवाड़ मेला समिति की बैठक आज, प्राचीन शिव मंदिर लग दयो में होगी
  • विधानसभा : बजट आवंटन में भेदभाव का आरोप लगाते हुए सदन से बाहर आया विपक्ष
  • हिमाचल में पंचायत सचिव के 795 पद रिक्त, 301 पदों पर भर्ती को लेकर बड़ी अपडेट

हरिपुर : बेजुबान पर अत्याचार, न ठीक से चल सकता और न खा सकता बैल

ewn24 news choice of himachal 10 Jun,2024 5:49 pm

    भटोली फकोरियां में डैम के पास नर्सरी का मामला

    हरिपुर। बेजुबान जानवरों में भी जान होती है और उन्हें भी आजादी से जीने का हक है। शायद कुछ इंसान इस बात को नहीं समझते हैं और बेजुबान जानवरों पर अत्याचार करते हैं। ऐसा ही मामला देहरा विधानसभा क्षेत्र की हरिपुर तहसील के भटोली फकोरियां गांव में सामने आया है।

    भटोली फकोरियां डैम के साथ नर्सरी में एक बैल नर्क जैसी जिंदगी जी रहा है। बैल फसल को बर्बाद न करें इसके लिए कुछ स्वार्थी लोगों ने उसे इस तरह बांधा है कि न तो वह ठीक से चल सकता है और न ही ठीक से कुछ खा पी सकता है। बैल के गले में रस्सी डालकर एक पांव से बांधा गया है। 

    पानी पीने जाने और खाने के लिए बैल को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। स्थानीय कुछ युवकों को बैल की हालत पर तरस भी आया और उन्होंने उसे मुक्ति दिलाने की कोशिश भी की, लेकिन कोशिश नाकामयाब हो गई। 

    क्योंकि इससे बैल और भी हिंसक हो गया है। ऐसे में कोई व्यक्ति इसे बिना विभागीय मदद से इस दर्द से मुक्त नहीं करवा सकता है। लोगों का कहना है कि बैल को इस कष्ट से मुक्त करवाया जाए और जिसने भी बैल को बांधा है उन पर कार्रवाई हो।

    उधर, पुलिस भी थाने में आकर किसी द्वारा शिकायत करने पर कार्रवाई की बात कर रही है। हरिपुर पुलिस स्टेशन के एसएचओ मंजीत सिंह मनकोटिया से जब इस बारे बात की तो उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता थाने में आकर शिकायत करे।

    अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि किसी को रेक्स्यू करने के लिए भी शिकायत की जरूरत है। अगर कोई व्यक्ति डूब रहा हो तो रेस्क्यू के लिए पुलिस शिकायत का इंतजार करेगी।



Himachal Latest

Live video

Jobs/Career

Trending News

  • Crime

  • Accident

  • Politics

  • Education

  • Exam

  • Weather