शिमला। विपक्ष ने सोमवार को हिमाचल प्रदेश के वित्तीय हालातों और विधानसभा अध्यक्ष के सदन के भीतर रवैये को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अगुवाई में विधायक राज्यपाल से मिले और विधानसभा सदन के भीतर अध्यक्ष के रवैये से अवगत कराया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बताया कि हिमाचल भाजपा का विधायक दल राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल के ध्यान में मामले को लाना चाहते थे।
क्योंकि विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया का व्यवहार सदन के अंदर और बाहर जहां विधायकों की भावना को आहत कर रहा है, वहीं, विधानसभा अध्यक्ष के संवैधानिक पद की गरिमा को भी ठेस पहुंचा रहा है।
सदन के अंदर तो विधानसभा अध्यक्ष का रवैया पक्षपात एवं तानाशाही पूर्ण रहता है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा विधायक दल ने नियम-67 के अंतर्गत प्रदेश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए स्थगन प्रस्ताव दिया था, जिस पर भी कोई गौर नहीं फरमाया गया।
सितंबर माह की दो तारीख हो गई, लेकिन कर्मचारियों को वेतन और पेंशनरों को पेंशन का अभी तक भुगतान नहीं किया गया है। इससे स्पष्ट है कि प्रदेश आर्थिक दिवालियेपन की कगार पर पहुंच गया है।
प्रदेश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति के कारण वित्तीय संकट इतना गहरा गया है कि हालात आर्थिक आपातकाल जैसे पैदा हो गए हैं।
भाजपा विधायक दल ने राज्यपाल से निवेदन किया कि प्रदेश की वर्तमान परिस्थितियों विशेषकर आर्थिक स्थिति को देखते हुए उचित कारवाई अमल में लाई जाए।