मंडी। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में केशवान के जंगलों में आतंकियों संग मुठभेड़ में शहीद हुए मंडी जिला के नाचन निवासी 2 पैरा एसएफ के जूनियर कमीशन ऑफिसर (JCO) राकेश कुमार पंचतत्व में विलीन हो गए।
उनका राजकीय व सैन्य सम्मान के साथ धर्मद्वारा स्थित मोक्ष धाम में अंतिम संस्कार किया गया। बलिदानी राकेश कुमार की पत्नी भानु प्रिया ने भारत माता की जय व राकेश कुमार अमर रहे का नारा लगा पति को अंतिम विदाई दी।
शहीद राकेश कुमार की पार्थिव देह सोमवार को मंडी पहुंच गई थी। पार्थिव देह को नेरचौक मेडिकल कॉलेज में रखा गया था।
मंगलवार सुबह पार्थिव देह उनके पैतृक गांव बरनोग के लिए रवाना हुई। जैसे ही पार्थिव देह घर पहुंची तो शहीद की मां और पत्नी बेसुध हो गई।
बता दें कि जंगल में आतंकियों की तलाश को रविवार सुबह 11 बजे सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ था। सूचना थी कि यहां कश्मीर टाइगर्स ग्रुप 3 से 4 आतंकी मौजूद हैं।
इस दौरान आतंकियों संग मुठभेड़ में 2 पैरा एसएफ के 4 जवान घायल हुए थे। बाद में जूनियर कमीशन ऑफिसर (JCO) राकेश कुमार शहीद हो गए।
बलिदानी राकेश कुमार दिवाली मनाकर एक हफ्ता पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे। राकेश कुमार का जन्म 8 जनवरी 1982 को हुआ था।
राकेश कुमार के परिवार में मां भाटी देवी, पत्नी भानु प्रिया, 14 वर्षीय बेटी यशस्वी और 9 वर्षीय बेटा प्रणव हैं। 2023 की आपदा में उनका घर ढह गया था। परिवार पुराने स्लेटपोश मकान में रह रहा है।