गांधी चौक से है मात्र दो किलोमीटर आगे
डलहौजी। क्या आप जानते हैं कि हिमाचल के चंबा जिला के डलहौजी में एक ऐसा स्थल है, जहां आप युद्ध के टैंक, मिसाइलों, पनडुब्बी आदि के साथ फोटो और सेल्फी ले सकते हैं।
यहां तक की युद्ध के इन उपकरणों को करीब से भी देख सकते हैं और अनुभव ले सकते हैं।
खूबसूरत वादियों में घुमावदार सड़क के किनारे एमआईजी -21 विमान, दो सतह से हवा में मार करने वाली पिकोरा मिसाइल, एक टी -55 बैटल टैंक, जीप पर लगी दो 106 मिमी आरसीएल बंदूकें, एक फ्रिगेट का एक मॉडल, दो टॉरपीडो शामिल हैं।
इसके अलावा एक बड़ा लंगर, एक पनडुब्बी का मॉडल, एक हेलीकॉप्टर और विभिन्न अन्य छोटे रक्षा सामान मौजूद हैं। युद्ध के ये उपकरण पर्यटकों को काफी आकर्षित करते हैं।
देवदार के पेड़ों के बीच यहां बच्चे तो बच्चे बड़े लोग भी खूब अठखेलियां करते हैं और यादों को कैमरे में कैद करते हैं।
अगर आपको इस बारे में नहीं पता तो हम बताते हैं। यह जगह है 'बीजी पार्क' (Beeji,s Park)। जी हां यह पार्क डलहौजी से खज्जियार जाते रास्ते में पड़ता है।
डलहौजी के गांधी चौक से करीब दो किलोमीटर आगे है। पार्क का नाम डलहौजी पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष और निदेशक डॉ. कैप्टन (सेवानिवृत्त) जीएस ढिल्लों की मां और स्कूल की संस्थापक चरणजीत कौर के सम्मान में रखा गया है।
चरणजीत कौर को प्यार से बीजी नाम से जाना जाता है। इसलिए पार्क का नाम बीजी पार्क रखा गया।