हिमाचल में VIP नंबरों का क्रेज : HP99-9999 के लिए लगी 30 लाख की बोली
ewn24 news choice of himachal 18 Jun,2023 10:28 am
शिमला। हिमाचल प्रदेश में VIP नंबरों की बोली लगना शुरू हो गई है। एक बार फिर लोगों ने अपनी पसंद के वीआईपी नंबरों के लिए बोली लगाई। अभी तक अधिकतम बोली करीब 30 लाख रुपए की लगी है।
VIP नंबर HP99-9999 के लिए सबसे ज्यादा बोली कोटखाई के इंद्र काल्टा ने बोली लगाई है। इंद्र काल्टा ने कुल 29,98,500 की बोली लगाई है और इसमें से 4,500 रुपए रिजर्व राशि के तौर पर जमा किए गए हैं। इसके अलावा भी लोगों ने हजारों रुपए की बोली लगाई है।
इसके अलावा कोटखाई से अरुण नेगी ने HP99-0009 नंबर के लिए 7 लाख 5000 की बोली लगाई है जिसमें 22,500 रुपए रिजर्व राशि के तौर पर जमा किए गए हैं। HP990010 के लिए 90,000 की बोली SRI HARIHAR HOSPITALS PVT LTD ने लगाई है। HP990011 के लिए 60000 की बोली RAJESH CHAUHAN ने लगाई है।
आप भी बोली लगाना चाहते हैं तो वीआईपी नंबरों की बोली के लिए विभाग की वेबसाइट himachal.nic.in पर जाकर e-Auction fancy numbers का ऑपशन दिखाई देगा जिस पर क्लिक करने के बाद login के लिए user id और पासवर्ड देना होगा। इसके बाद आप मनचाहे नंबर की बोली लगा सकते हैं।
गौर हो कि भारत सरकार के परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की वेबसाइट पर फरवरी माह में स्कूटी के VIP नंबर की बोली शुरू हुई थी। जिस HP-99-9999 नंबर के लिए यह बोली शुरू हुई थी। यह बोली 1 करोड़ 11 हजार रुपए पहुंच चुकी थी।
तीन आवेदनकर्ताओं ने करोड़ों रुपए की बोली लगाई, लेकिन बोली लगाने वाले लोग फर्जी निकले। इनके एड्रेस भी फर्जी पाए गए। परिवहन विभाग के अतिरिक्त निदेशक हेमिस नेगी का कहना है कि VIP नंबर में फर्जी तरीके से 1 करोड़ से अधिक की बोली लगाई गई। जांच करने पर वह फर्जी निकली। इसके बाद पोर्टल में कुछ नए बदलाव व अपग्रेडशन किए गए और अब फिर से बोली शुरू हो गई है।
इस बार फर्जी बोली का चांस ही नहीं है क्योंकि परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि फैंसी पोर्टल पर VIP नंबर की बोली लगाने के लिए लोगों को नंबर के बेसिक प्राइस की 30 प्रतिशत राशि पहले ही देनी पड़ेगी। उसके बाद बोली में भाग लिया जा सकता है। अगर किसी नंबर का बेसिक प्राइस 1 लाख रुपए है तो बोली लगाने वाले व्यक्ति को 33 हजार रुपए की राशि बोली लगाने से पहले जमा करनी होगी।
इसके बाद चाहे बोली करोड़ रुपए तक ही क्यों न चली जाए लेकिन व्यक्ति से 33 हजार रुपए की राशि ही ली जाएगी। बोली की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अगर प्रथम बोलीदाता नंबर को नहीं खरीदता है तो उसकी 33 हजार रुपए की राशि वापस नहीं होगी। वह राशि सरकारी कोष में जमा हो जाएगी तथा उस विशेष नंबर के लिए विभाग द्वारा दोबारा बोली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।