अगले 72 घंटे तक कई जिलों में तूफान-आसमानी बिजली का येलो अलर्ट
शिमला। हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के चलते प्रदेश में आने वाले चार दिनों तक मौसम खराब रहने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, प्रदेश में 12 से 16 मार्च तक बारिश और अधिक ऊंचे क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी की भी संभावनाएं बन रही हैं।
मौसम विभाग ने परसों से अगले 72 घंटे तक शिमला, मंडी और कुल्लू जिले में आंधी, तूफान व आसमानी बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में कल भी हल्की बारिश हो सकती है, जबकि 13 और 14 मार्च को अधिक ऊंचे व मध्यम ऊंचाई वाले ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश हो सकती है।
सामान्य से कम हुई बर्फबारी-बारिश
हिमाचल में एक जनवरी से 28 फरवरी तक नॉर्मल से 38 फीसदी कम बारिश और मार्च के पहले 11 दिन में 84 फीसदी कम बारिश हुई है। इससे प्रदेश के कई क्षेत्रों में सूखे जैसी स्थिति बनी हुई है। 4,01,843 हेक्टेयर में से 1,04,920 हेक्टेयर पर कृषि उपज को सूखे से नुकसान हो चुका है।
इस अवधि में प्रदेश में सामान्य बारिश 166 मिलीमीटर होती है, लेकिन इस बार राज्य में इस दौरान केवल 116.7 मिलीमीटर ही बारिश हुई। वहीं मंडी में 57, बिलासपुर में 49, हमीरपुर में 42, कांगड़ा में 16 मिलीमीटर ही बारिश हुई। इसी तरह शिमला में 37, सिरमौर में 41, किन्नौर में 47, कुल्लू में 6, लाहौल स्पीति में 23, सोलन में 65 और ऊना में 30 फीसदी सामान्य से कम बारिश हुई है।
94 करोड़ की रबी की फसल
सूखे से 2 मार्च तक कृषि उपज को 94.62 करोड़ का नुकसान हो गया है। ऐसे में मौसम विभाग का बारिश का पूर्वानुमान किसानों के लिए अच्छी खबर है, लेकिन स्टोन फ्रूट और सेब के लिए यह नुकसानदायक साबित हो सकता है। अमूमन बारिश के बाद तापमान में कमी आती है। फ्लावरिंग पर तापमान का गिरना अच्छा संकेत नहीं माना जाता। इसलिए मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने किसानों-बागवानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।