हिमाचल में मौसम का धोखा : अलर्ट के बाद भी न हिमपात हो रहा न बारिश
ewn24news choice of himachal 12 Jan,2023 2:50 pm
बन रहे सूखे जैसे हालात, किसान-बागवान परेशान
शिमला। हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिन से मौसम बार-बार करवट बदल रहा है। कभी तेज धूप हो जाती है तो कभी अचानक बादल घिर आते हैं। यही नहीं विभाग का पूर्वानुमान बार-बार गलत साबित हो रहा है। मौसम विभाग ने 11 से 13 जनवरी तक लाहौल-स्पीति, कुल्लू और किन्नौर के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में भारी हिमपात का अलर्ट जारी किया है। शिमला शहर सहित चंबा, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर के ऊंचे इलाकों में भी बर्फबारी का अलर्ट दिया गया।
हालांकि लाहौल-स्पीति और कुल्लू में तो ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात हुआ लेकिन इनके अलावा निचले इलाकों में बारिश नहीं हुई। केवल हलकी बूंदाबांदी हुई। गुरुवार सुबह से ही शिमला, कांगड़ा सहित प्रदेश के विभिन्न इलाकों में आज हल्के बादलों के साथ धूप खिली हुई है। इससे पहले 4 जनवरी को अलर्ट जारी किया गया कि 6 और 7 जनवरी को प्रदेश में भारी बर्फबारी होगी। तब भी अलर्ट वाले दिन प्रदेशभर में धूप खिली थी।
बीते 24 घंटे के दौरान अटल टनल में सर्वाधिक 6 इंच बर्फ गिरी है। चंबा के किलाड़ में 3 इंच, किन्नौर के छितकुल में 2 इंच, कुल्लू के सोलंग में 4 इंच, लाहौल स्पीति के चारचा, केलांग, सरसू काजा में मात्र 2-2 इंच बर्फ गिरी है। बारिश के नाम पर चंबा और लाहौल स्पीति में ही हल्की बूंदाबांदी हुई है। प्रदेश में जनवरी के पहले 11 दिन में 91 फीसदी और दिसंबर में 98 फीसदी कम बारिश हुई है। इसी तरह दिसंबर महीने में भी लाहौल स्पीति को छोड़कर राज्य के 11 जिलों में पानी की बूंद तक नहीं गिरी।
बारिश औऱ बर्फबारी न होने से सैलानी और व्यापारी तो मायूस हैं ही साथ ही किसान-बागवान भी फसलों को लेकर परेशान हैं। प्रदेश में सूखे जैसे हालात पनपने शुरू हो गए हैं। किसान-बागवान अपनी फसलों की बुआई नहीं कर पा रहे हैं। सेब बागवान तोलिएं नहीं बना पा रहे। बागवानों को बगीचों में बीमारियां लगने का डर सता रहा है। बर्फबारी के बगैर सेब की अच्छी फसल की उम्मीद भी नहीं की जा सकती। अब लोगों को लोहड़ी पर बारिश की उम्मीद है।