शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी मंदिर में 1100 रुपए में होंगे VIP दर्शन, क्या रहेगी पूरी व्यवस्था-पढ़ें
ewn24news choice of himachal 09 Aug,2023 1:06 pm
VIP दर्शनों को चार श्रेणियों में किया गया है विभाजित
ऊना। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी मंदिर में अब VIP दर्शनों के लिए 1100 रुपए का शुल्क चुकाना पड़ेगा। ऐसी व्यवस्था करने वाला चिंतपूर्णी हिमाचल प्रदेश का पहला मंदिर है। मंदिर में वीआईपी दर्शन से अव्यवस्था रहने के कारण यह कदम उठाया गया है।
शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी मंदिर में सह आयुक्त विवेक महाजन के अनुसार VIP दर्शन को चार श्रेणियों में विभाजित किया है। उन श्रद्धालुओं को 1100 रुपये देकर पास लेना पड़ेगा, जिन्हें बिना प्रतीक्षा मां के दर्शन करने हैं। श्रेणी में छोटे बच्चों की संख्या शामिल होगी या नहीं, इस पर मंदिर न्यास निर्णय लेगा।
दूसरी श्रेणी में 65 वर्ष या अधिक आयु के श्रद्धालु होंगे, जिनका प्रवेश निशुल्क होगा। सह यात्री को 50 रुपए देने होंगे। तीसरी श्रेणी में दिव्यांग हैं, जिन्हें कोई शुल्क नहीं देना होगा।
दिव्यांग के साथ आए यात्री को 50 रुपए की दर्शन पर्ची लेनी पड़ेगी। चौथी श्रेणी मंत्री, विधायकों, सांसदों व प्रशासन द्वारा तय वीआईपी होंगे, जिनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। वीआईपी दर्शन के लिए एक दिन में 500 पास ही बनाए जाएंगे।
एसडीएम विवेक ने बताया कि अभी ये व्यवस्था परीक्षण के तौर पर शुरू की गई है। इन सभी श्रेणियों में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बाबा माईदास सदन में प्रतीक्षालय बनाया गया है। मंदिर से करीब एक किलोमीटर दूर सदन में श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था होगी।
जैसे ही श्रद्धालुओं के दर्शन की बारी आएगी, उन्हें मंदिर न्यास द्वारा संचालित इलेक्ट्रिक गोल्फ कार्ट में लिफ्ट तक लाया जाएगा। मां के दर्शनों के बाद इसी वाहन में श्रद्धालुओं को वापस बाबा माईदास सदन में छोड़ा जाएगा। मंदिर परिसर में हवन के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा पहले ही है।
प्रसाद घर तक पहुंचाने के लिए भी ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था की जा रही है। ऐसे बनेगी वीआईपी दर्शन पर्ची वीआईपी, दिव्यांग या बुजुर्ग श्रेणी में दर्शन करने वालों को चिंतपूर्णी स्थित बाबा माईदास सदन में पंजीकरण व शुल्क जमा करवाना होगा। इसके लिए आधार कार्ड जरूरी है।
इसके बाद श्रद्धालु के मोबाइल नंबर पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) आएगा, जिसे लिफ्ट के दरवाजे पर तैनात स्टाफ को दिखाकर श्रद्धालु मां के दर्शन कर पाएंगे। जल्द ही एक साफ्टवेयर मंदिर प्रशासन द्वारा तैयार किया जा रहा है, जिससे आने वाले समय में ऐप की सहायता से श्रद्धालु घर बैठे ही वीआईपी दर्शन के लिए पंजीकरण करवा सकेंगे।