हिमाचल में ATS सुविधा होगी शुरू, फिटनेस में दो बार फेल तो कबाड़ में जाएगी गाड़ी
ewn24news choice of himachal 13 Jan,2024 3:02 pm
प्रदेश में ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन होंगे स्थापित
शिमला। हिमाचल में आने वाले समय में सभी प्रकार के वाहनों की पासिंग मैनुअल नहीं होगी। पासिंग स्वचालित परीक्षण केंद्र (ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन) के माध्यम से होगी। दो बार से अधिक कसौटी पर खरा न उतरने वाली गाड़ी कबाड़ में जाएगी। इस सुविधा को शुरू करने के लिए हिमाचल ट्रांसपोर्ट विभाग ने 1 अक्टूबर 2024 की डेडलाइन निर्धारित की है। यह जानकारी शिमला में मीडिया से बातचीत में डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने दी।
उन्होंने कहा कि वाहनों की पासिंग मैनुअल नहीं होगी और इसके लिए किसी अधिकारी का विशेष अधिकार नहीं रहेगा। 1 अक्टूबर 2024 से सभी वाहनों की पासिंग ATS के माध्यम से होगी। इसमें देखा जाएगा कि गाड़ी प्रदूषण के मापदंड में पर खरा उतरती या गाड़ी रोड़ पर चलाने के योग्य है या नहीं। गाड़ी में किसी प्रकार की कोई खराबी तो नहीं है।
पहली बार फिटनेस में फेल होने पर वाहन चालक को कमियां दुरुस्त करने के बाद दूसरा मौका दिया जाएगा। अगर दो बार से अधिक गाड़ी फिटनेस मे फेल होती है तो वाहन स्क्रैप में जाएगा। इससे हादसों में कमी आएगी।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि 2024 में वाहन स्क्रैपिंग की सुविधा शुरू की जाएगी। 15 साल पूरा कर चुकी सरकारी गाड़ियों की रजिस्ट्रेशन रद्द कर दी गई है। 6 स्क्रैप केंद्र खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो लोग वाहन स्क्रैपिंग स्टेशन लगाना चाह रहे हैं, उनसे आवेदन मांगे गए हैं।
हिमाचल में ई चालान की सुविधा 31 मार्च 2024 तक शुरू कर दी जाएगी। सभी परिवहन बैरियर पर सीसीटीवी प्रणाली लगाई जाएगी। सीट बेल्ट न लगाने वाले और अन्य प्रकार के यातायात नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के ऑनलाइन चालान किए जाएंगे। पहले तीन महीने लोगों को जागरूक किया जाएगा, उसके बाद चालान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ट्रांसपोर्ट विभाग 15 जनवरी से 14 फरवरी तक जागरूकता अभियान चलाने जा रहा है। प्रदेश में औसतन 50 प्रतिशत दुर्घटनाएं एनएच पर होती हैं। हादसों को कम करने के लिए जागरूकता अभियान स्कूलों में भी चलाया जाएगा। लाइसेंस बनाने के लिए जागरूक किया जाएगा।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वर्ष 2023 में 881 लोग दुर्घटनाओं में काल का ग्रास बने, जबकि 2022 में ये आंकड़ा 1032 था। 13 प्रतिशत कमी के बावजूद हादसों को कम करने के लिए ब्लैक स्पॉट चयनित किए जा रहे हैं। दुर्घटना में घायल हुए व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले को पांच हजार इनाम दिया जाएगा, उससे कोई पूछताछ नहीं होगी, ऐसा प्रावधान किया गया है। ब्लैक स्पॉट को चयनित करने के आदेश दिए गए हैं।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जब सरकार आई तो 500 करोड़ का राजस्व ट्रांसपोर्ट का था, जिसे हम बढ़ाने का काम कर रहे हैं, जिसके बाद अभी 800 करोड़ रुपए अर्जित किए जा रहे हैं। मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि प्रदेश में 22,43,524 गाड़ियां हैं, जिनमें 19,25,593 गाड़ियां निजी हैं। वहीं, व्यावसायिक वाहन 3179711 है। हिमाचल में 2811 इलेक्ट्रिक गाड़ियां हैं, जिनमें निजी 2412 और व्यवसायिक 399 हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार ई टैक्सी की व्यवस्था कर जा रही है, जिसमें 500 गाड़ियां पर पचास प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए अभी 521 आवेदन आए हैं। अग्निहोत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन लगाए जा रहे हैं। अभी तक 17 पेट्रोल पंप पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर दिए हैं, जो फरवरी तक शुरू हो जाएंगे। और भी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि एचआरटीसी ने 234 नए रूट पर आवेदन मांगे थे, अभी तक 1263 आवेदन मिले हैं। 50 रूट पर लोगों ने रुझान नहीं दिखाया है।
उन्हों कहा कि जो लोग टैक्स जमा नहीं करवा रहे हैं, वे 31 मार्च तक 10 प्रतिशत जुर्माने के साथ टैक्स जमा करवा दें, उनसे कोई अतिरिक्त पैसा नहीं लिया जाएगा। इसमें 50 लाख जमा हो गए हैं। उन्होंने बताया कि विभाग ने 3155 फैंसी नंबर अलॉट कर 11 करोड़ की आय अर्जित कर ली है।
">हिमाचल और देश दुनिया से जुड़ी हर बड़ी अपडेट के लिए जुड़ें EWN24 NEWS की वेबसाइट https://ewn24.in/ फेसबुक https://www.facebook.com/ewn24 और यूट्यूब https://www.youtube.com/@ewn24news