कारोबारियों के साथ-साथ सरकार को भी लग रही चपत
शिमला। हिमाचल प्रदेश में बारिश के तांडव के बाद कई सड़कें अवरुद्ध हैं। चारों तरफ तबाही का मंजर हैं। ऐसे में जुलाई और अगस्त में पीक पर रहने वाला पर्यटन व्यवसाय औंधे मुंह गिर गया है। पर्यटन कारोबारियों के साथ सरकार को भी इससे करोड़ों की चपत लगी है।
शिमला होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहिंदर सेठ ने बताया कि बरसात के बाद डरावना दृश्य दिखाया जा रहा है, जिससे पर्यटन को नुकसान हो रहा है। पर्यटन से जुड़े कारोबारी, टैक्सी चालक, घोड़े वालों के साथ सरकार को भी करोड़ों का नुकसान हुआ है। हिमाचल के प्रति लोगों के मन में डर पैदा हो गया है, जिसे दूर करने की जरूरत है। आपदा के बाद सकारात्मक पक्ष को देखने की जरूरत है।
बता दें कि हिमाचल में बरसात ने कहर बरपाया है। प्रदेश में भारी बारिश से हुए नुकसान के दृष्टिगत राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश को ‘प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र’ घोषित किया है। विगत दिनों से जारी भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं से प्रदेश में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। राज्य में पेयजल, विद्युत आपूर्ति व्यवस्था व सड़कों सहित अन्य संसाधनों को भी भारी क्षति पहुंची है। अभी तक राज्य में 12 हजार से अधिक घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और 330 लोगों की बहुमूल्य जान चली गई हैं। प्रदेश में अभी तक 10 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक का नुकसान आंका गया है।