शिमला धमाका : फोरेंसिक रिपोर्ट में सामने आई ब्लास्ट की असली वजह, पढ़ें
ewn24news choice of himachal 01 Aug,2023 1:23 pm
शिमला। राजधानी शिमला के मिडल बाजार में 18 जुलाई को हिमाचल रसोई रेस्टोरेंट में हुए धमाके की असली वजह सामने आ गई है। शिमला को हिला देने वाला ये धमाका एलपीजी रिसाव से ही हुआ था। मामले की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट से इसका खुलासा हुआ है।
राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (SFSL) जुन्गा के विशेषज्ञों की टीम को घटनास्थल का विश्लेषण करने पर विस्फोटों के लिए इस्तेमाल होने वाली कोई सामग्री नहीं मिली है।
एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी गठित की थी जिसमें धमाके की वजह गैस रिसाव होना सामने आई थी। अब घटना की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट में भी यही बात सामने आई है। विशेषज्ञों के अनुसार एलपीजी सिलेंडर के रिसाव के बाद यह विस्फोट हुआ है।
इस धमाके के बाद शिमला शहर दहल उठा था। विस्फोट को आतंकवादी गतिविधियों से जोड़कर भी देखा जा रहा था। हालांकि एनएसजी भी मौके से साक्ष्य जुटाकर ले गई है।
18 जुलाई को राजधानी शिमला के मिडल बाजार के हिमाचल रसोई रेस्टोरेंट में हुए ब्लास्ट ने शिमला को दहला कर रख दिया था। धमाके से एक कारोबारी की मौत हो गई जबकि 13 घायल हो हुए थे। धमाके के बाद कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं।
जांच में ये भी सामने आया था कि जिस वक़्त धमाका हुआ उस वक्त हिमाचल रसोई रेस्टोरेंट में मरम्मत कार्य चला हुआ था। हादसे के वक्त अंदर 6 लोग थे जो घायल हैं। जबकि बाहर से गुजर रहे कारोबारी अवनीश की धमाके के मलबे में आने से मौत हो गई।
अवनीश सूद की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई थी। वहीं, रमेश (18) , राकेश (18), मनीष (25), मनीष (31), चंद्रमणी शर्मा (55), कृष्ण गोपाल (29), योगराज (33), अरशद (18), प्रेमचंद (66), शुभम और राकेश घायल हुए थे। यह धमाका इतना जोरदार था कि आसपास मिडल बाजार व मॉल रोड की कई दुकानों को क्षति पहुंची और खिड़कियों के शीशे व दरवाजे टूट गए थे।