शिमला। हिमाचल में हर पीएचसी और 108 एंबुलेंस में एंटी स्नेक वेनम उपलब्ध करवाई जाएगी। यह बात हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और स्वास्थ्य मंत्री डॉ (कर्नल) धनी राम शांडिल ने कही है।
बता दें कि शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया ने नियम 62 के तहत ध्यानाकर्षण प्रस्ताव सदन में लाया गया। उन्होंने सांप के काटने से हार चक्कियां में 10 साल के बच्चे और लंज में शिक्षक की मृत्यु का मामला उठाया।
उन्होंने कहा कि एंटी स्नेक वेनम मेडिकल कॉलेज टांडा में ही मिलती है। पहले 108 एंबुलेंस में एंटी स्नेक वेनम होती थी। जब भी सांप काटता आधे घंटे के अंदर लगाना पड़ता है। बच्चे ने अस्पताल जाते रास्ते में दम तोड़ा और शिक्षक ने टांडा में अंतिम सांस ली।
केवल सिंह पठानिया ने यह भी कहा कि सांप का काटना नोटिफाई बीमारी नहीं है। उनका दावा है कि कितने लोगों की मौत सांप के काटने से हुई इसका आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के पास भी नहीं है। शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में 32 मील से रानीताल के अंदर 47 पंचायतें आती हैं। यहां किसी भी पीएचसी या सीएचसी में एंटी स्नेक वेनम नहीं मिलती है।
उन्होंने हिमाचल की सभी पीएचसी और 108 एंबुलेंस में एंटी स्नेक वेनम उपलब्ध करवाने की मांग की। साथ ही सांप से काटने से हुई मौत को नोटिफाई करने की मांग की।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कर्नल धनी राम शांडिल ने जवाब में कहा कि सरकार हर पीएचसी में एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी और 108 एंबुलेंस में भी इंजेक्शन उपलब्ध करवाया जाएगा, ताकी सांप के काटने पर समय रहते व्यक्ति को इलाज मिल सके। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सांप के काटने से मृत्यु पर चार लाख देने का प्रावधान करने की भी बात कही।