राकेश चंदेल/बिलासपुर। हिमाचल के बिलासपुर जिला में स्क्रब टाइफस को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डॉ शशी दत्त शर्मा ने बताया कि बरसात के मौसम के दौरान स्क्रब टाइफस से बचाव के लिए लोग विशेष एहतियात बरतें। स्क्रब टाइफस एक जीवाणु जनित रोग है, जो मानसून के दौरान घास काटने और बाहरी गतिविधियों के समय संक्रमित चिगर के काटने से फैलता है।
सीएमओ ने स्क्रब टाइफस से बचाव के लिए लोगों से खेतों में कार्य करते समय पूरी बांह के कपड़े और पैरों को ढकने वाले वस्त्र पहनने, घर के आस-पास सफाई बनाए रखने तथा झाड़ियों को बढ़ने न देने, घास काटने या घने वनस्पति वाले क्षेत्र में कार्य करने के बाद स्नान करने तथा स्वयं के शरीर सहित पालतू जानवरों की नियमित सफाई करने का आह्वान किया है। इसके अतिरिक्त लोग इस मौसम में जमीन पर न सोएं, जिससे संक्रमित कीड़ों के काटने से बचा जा सकता है। साथ ही हरी घास पर न बैठने व लेटने की भी सलाह दी है।
उन्होंने बताया कि स्क्रब टाइफस की जिला भर में गहन केस आधारित निगरानी शुरू करने के लिए सभी खंड चिकित्साधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। स्क्रब टाइफस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सभी संदिग्ध मामलों की आईजीएम एलिजा परीक्षण द्वारा पुष्टि के बाद मानक प्रोटोकॉल के अनुसार जांच को अनिवार्य किया गया है, ताकि रोग की शीघ्र पहचान कर आईएचआईपी एवं आईडीएसपी पोर्टल पर त्वरित रिपोर्टिंग कर प्रभावी चिकित्सीय प्रबंधन सुनिश्चित हो सके।
सीएमओ ने बताया कि जिला के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में डॉक्सीसाइक्लिन और एजिथ्रोमाइसिन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, स्क्रब टाइफस बारे व्यापक जन जागरूकता लाने के लिए पंचायतीराज संस्थाओं, आंगनवाडी कार्यकर्ताओं, स्कूल स्टाफ एवं स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से व्यापक जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।